देश में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम: बागबाहरा के 16 शालाओं में लर्निंग एंडेटर-इंडिया लर्निंग कार्यक्रम

देश में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम: बागबाहरा के 16 शालाओं में लर्निंग एंडेटर-इंडिया लर्निंग कार्यक्रम

रायपुर:लर्निंग ट्रेटर-इंडिया लर्निंग प्रोग्राम वर्तमान में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में महासमुंद जिले के बागबाहरा विकासखण्ड के बीकेबाहरा संकुल की सोलह शालाओं में 47 सरकारी शिक्षकों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। विभिन्न जिलों से टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता रखने वाले इच्छुक शिक्षकों से प्रस्ताव लेकर कर कर उनकी श्रेणियों में इस कार्यक्रम का विस्तार किया गया है। वर्तमान में प्राथमिक स्तर पर गणित के लिए भी यह कार्यक्रम तैयार किया गया है।

देश में यह अपने प्रकार का पहला कार्यक्रम है, जिसमें मोबाइल के माध्यम से प्रत्येक बच्चे के सीखने का सही तरीका और गति का निर्धारण उसकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है। बच्चों को अपने प्रति और रास्ते का चुनाव कर विभिन्न आवश्यक प्रत्ययों को प्राप्त करने में आवश्यक सहयोग और टेक्नोलॉजी के सहयोग से ट्रेकिंग की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध करायी जा रही है।

जिस प्रकार राज्य स्तरीय आंकलन के परिणामों के आधार पर बच्चे को उसकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप इनपुट उपलब्ध करवाते हुए आगे बढ़ाने की परिकल्पना की है। उसे सार्थक करने की दिशा में लर्निंग एंडेटर बेहतर तरीकों से समर्थन कर सकता है। वर्तमान में कार्यक्रम के अंतर्गत प्राथमिक गणित पर कार्य कर फ्रेमवर्क तैयार कर चयनित शिक्षकों का उन्मुखीकरण कर उनके माध्यम से यात्राओं में उपयोग के लिए सुलभ करवाया गया है। धीरे-धीरे भाषा-हिंदी, अंग्रेजी और अन्य विषयों में भी सामग्री तैयार कर उपलब्ध करवाई जाएगी। यह सामग्री राज्य के शिक्षक ही तैयार कर रहे हैं।

लर्निंग शिक्षणेटर के माध्यम से मोबाइल में जिन सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं, उनमें किसी भी उपलब्ध विषय के पाठ्यक्रम का एक साथ क्रमवार अवलोकन, प्रत्येक कक्षा के अंतर्गत आने वाली प्रोटीज की उनके डोमेन के अनुसार सूची, प्रत्येक दक्षता की सूक्ष्म सुरक्षाताओं का विवरण, प्रत्येक दक्षता दक्षता टैग्ड सीख संसाधन और मूल्यांकन, प्रत्येक दक्षता के तहत किए गए मूल्यांकन को दर्ज प्लेटफॉर्म पर दर्ज करने ’के लिए किया गया है अयवस्था, प्रत्येक बच्चे की प्रत्येक दक्षता की सापेक्ष सटीक स्थिति का विवरण, बच्चों को समूह में या व्यक्तिगत रूप से उनकी स्थिति के अनुरूप गतिविधि निर्धारित करना, संसाधनों के विविध प्रकार और मूल्यांकन के विविध प्रश्न प्रारूप, कक्षावार- छात्रवार-दक्षतावार-अवधेश प्रगति विश्लेषण, शाला और ग्राहक योजना के लिए समुचित तथ्य और सामग्री, जिले और राज्य स्तर पर योजना के लिए आवेश यक तथ्यात्मक जानकारी, संसाधन और मूल्याकंन के सबसे पसंदीदा और उपयोगी प्रारूपों के आंकड़े शामिल हैं।

कार्यक्रम के विस्तार के लिए प्रस्तावित योजना में भाषा में फ्रेमवर्क और सामग्री निर्माण के लिए भाषा विशेषज्ञों की एक संकाय आयोजित कर सीखने के लिए उचित बेहतर रणनीति का निर्धारण किया जा सकेगा। विभिन्न विषयों के लिए सामग्री निर्माण के लिए स्थानीय स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। महासमुंद जिले से अन्य जिलों में कार्यक्रम के विस्तार के लिए राज्य के पांच डिविजन स्तर पर प्रत्येक से 20-20 अनुकूल स्रोत व्यक्तियों को किया जाएगा। उनके द्वारा विकासखंड स्तर पर सभी सहयोगी समन्वयकों को कार्यक्रम के संबंध में समेकित किया जाएगा। मंडल समन्वयक कार्यक्रम के संबंध में सभी प्राथमिक शालाओं का उन्मुखीकरण करेंगे और यह कार्यक्रम उन पर एक्सपीरिएन्स आधारित आधारित होगा। कार्यक्रम कार्यान्वयनयन के दौरान शिक्षकों को आवश्यक तकनीकी सहायता देने के लिए पर्याप्त संख्या में तकनीकी विशेषज्ञ उपलब्ध करवायी जाएगी। विभिन्न स्तरों पर कक्षा से लेकर राज्य स्तर तक एक मार्बल बोर्ड 

कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न शिक्षण संस्थाओं जिसे कक्षा में बरसों से इस्तेमाल करना चाहते थे, उसे टेक्नोलॉजीज के सहयोग से कर सकते हैं। वैयक्तिक विधि से सीखने के लिए अनुकूल क्रियाओं अपनी गति या सुविधा के अनुसार सीखने की सहूलता प्रत्येक दक्षता में बच्चों की स्थिति की सटीक जानकारी सुधार के लिए सही समय पर उचित प्रतिक्रिया अगली अगलीाव और अगली गँती की जानकारी शीघ्र ही गूगल मैप्स के माध्यम से - प्रकार से रास्ता का चुनाव कर सकते हैं और कितने समय में किस मार्ग से पहंुचेंगे, रास्ते में क्या-क्या पड़ाव आया। ऐसी सभी जानकारी लर्निंग पावरेटर के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। 

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