चुनाव सिर्फ हिन्दू मुस्लमान ? भिवंडी शहर के विकास के मुख्य मुद्दे गायब

भिवंडी ।। पावरलूम नगरी व कपडा उद्योग के मांचेस्टर के नाम से  भिवंडी की पूर्व एवं पश्चिम दोनों विधान सभाओं में चुनाव के दौरान विकास के मुख्य मुद्दे गायब हो गए हैं। पावरलूम व मोती व  अन्य क्षेत्रों के मजदूरों सहित शहर के आम नागरिकों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के बजाय हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। इसमें सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलने में कोई भी पार्टी किसी से कम नहीं है। 

   बतादें कि भिवंडी में सड़क,शिक्षा,स्वास्थ्य,पेयजल एवं परिवहन सहित नागरिकों की विभिन्न समस्याएं पूर्व कई वर्षों से जस की तस बनी हुई हैं।  लगभग पूर्व 25 वर्षों से यहां कोई सड़क नहीं बनी है केवल रिपेयरिंग कर के काम चलाया जा रहा है। भिवंडी में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा का काफी अभाव है जिसके कारण एसएससी के बाद ही यहां के छात्रों को कल्याण एवं ठाणे सहित अन्य शहरों में आगे की शिक्षा जारी रखने के लिए जाना पड़ता है। स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर स्व इंदिरा गांधी  उपजिला अस्पताल है। जिसके ऊपर भिवंडी शहर एवं ग्रामीण सहित वाड़ा एवं पड़घा तक के मरीजों का भार रहता है। आईजीएम उपजिला अस्पताल में सुविधाओं का सर्वदा अभाव रहता है, यहां बड़ी-बड़ी अत्याधुनिक मशीनें तो उपलब्ध हैं, परंतु उन्हें चलाने वाला कोई नहीं है। बारिश पूरी तरह से अभी बंद नहीं हुई है  लेकिन शहर के कई क्षेत्रों में पेयजल का अभाव हो गया है। शहर का पॉश इलाका अशोकनगर सहित कई इलाके ऐसे हैं जहां की बड़ी-बड़ी सोसायटियों में बिना टैंकर के पानी से काम नहीं चलता है इसलिए लोग टैंकर से पानी आपूर्ति करने के लिए मजबूर हैं। परिवहन के नाम पर केवल एसटी की बसें हैं जो यात्रियों की संख्या के अनुसार से काफी कम हैं। दिवा-वसई लोकल ट्रेन है लेकिन उसका फेरा जहां काफी कम है वहीं जब तक भिवंडी से मुंबई का जुड़ाव नहीं होगा तब तक लोगों को रेलवे का लाभ जो मिलना चाहिए वह नहीं मिलेगा।     

भिवंडी पूर्व एवं पश्चिम दोनों विधानसभाओं में विकास के मुख्य मुद्दों के बजाय केवल आरोप प्रत्यारोप किया जा रहा है। भिवंडी पूर्व विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके और हैट्रिक लगाने के लिए तीसरी बार चुनाव लड़ रहे शिवसेना-भाजपा महायुति के उम्मीदवार कह रहे हैं कि उनके सामने कोई उम्मीदवार नहीं है।भिवंडी के रहमतपुरा क्षेत्र की एक सभा में उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस पार्टी को दूसरे पार्टी से उम्मीदवार लेकर चुनाव लड़ाना पड़ रहा है वह पार्टी क्या मुकाबला करेगी, इसी प्रकार सपा को लेकर कहा कि पैरासूट से आने वाले उम्मीदवार क्या करेंगे जिन से मुंबई नहीं संभल रहा है वह भिवंडी में क्या गुल खिलाएंगे ? वहीं कांग्रेसी उम्मीदवार नगरसेवक संतोष शेट्टी एवं सपा उम्मीदवार मुंबई के नगरसेवक रईस शेख शहर में किसी प्रकार का विकास न होने का आरोप लगा रहे हैं जो काफी हत तक सत्य भी है। इसी प्रकार भिवंडी पश्चिम से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे भाजपा-शिवसेना महायुति उम्मीदवार महेश चौघुले दोनों विधानसभाओं में बनने वाली 52 आरसीसी सड़कों को अपने नाम पर गिना रहे हैं, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार शोएब गुड्डू भाजपा विधायक पर शहर में किसी प्रकार का विकास का काम न करने तथा विकास कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगा रहे हैं। एआईएमआईएम उम्मीदवार मो.खालिद शेख ने भी पिछले पांच वर्षों में शहर में किसी प्रकार का विकास न होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली सरकार ने विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया है केवल भोली भाली जनता को मूर्ख बनाया गया है । 

दोनों विधानसभाओं में विकास के मुद्दों के बजाय केवल  हिंदू-मुस्लिम का कार्ड खेला जा रहा है, हिंदू-मुस्लिम का कार्ड खेलने में भाजपा,शिवसेना,कांग्रेस,समाजवादी पार्टी एवं एआईएमआईएम में से कोई किसी से कम नहीं हैं। उसमें एआईएमआईएम एक हाथ आगे बढ़कर बात कर रही है, इसको लेकर एआईएमआईएम उम्मीदवार का एक वीडियो शहर में जहां चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं सपा उम्मीदवार को लेकर मुंबई के एक मौलाना का दिया गया आडियो भी सोशल मीडिया पर खूब चल रहा है जो चर्चा का विषय बना हुआ है। पिछले कई वर्षों से कमर टूट चुकी पावरलूम उद्योग के उत्थान के बारे में किसी के पास कोई योजना नहीं है जबकि इस उद्योग की सुरक्षा के लिए सभी को हरसंभव प्रयास करने की अति आवश्यकता है, इसी प्रकार आईजीएम उपजिला अस्पताल सहित यहां की सड़कों, शिक्षा एवं परिवहन सुविधा को कोई नाम लेने वाला नहीं है।  

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