पगड़ी बांधकर समाज ने बहादुर बेटी का बढ़ाया हौसला

राजेंद्र यादव की रिपोर्ट

शुजालपुर ।। समाज में जहां आज भी महिलाएं हिंसाग्रस्त होकर प्रताड़ित जीवन व्यतीत कर रही हैं और जहां जागरूक एवं शिक्षित महिलाएं और युवतियां अपने अधिकारों को पाने के लिए धरना और प्रदर्शन का सहारा ले रही हैं, वहीं महिला सशक्तिकरण की एक सशक्त मिसाल मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के शुजालपुर नगर से सामने आई है, जहां पौरुष का पर्याय बनी एक बहादुर लड़की ने ना सिर्फ अपनी मां का अंतिम संस्कार किया बल्कि उनकी आत्मिक शांति के निमित्त नेमावर घाट पर नर्मदा में अस्थिविसर्जन से लेकर, उज्जैन शिप्रा तट पर दशाकर्म सहित सारे उत्तर कार्य भी स्वयं ही किए।  इसी शृँखला में मंगलवार, 14 जनवरी को सिन्धी धर्मशाला, शुजालपुर मण्डी में श्रीमती साधना त्रिपाठी की तेरहवीं के कार्यक्रम के दौरान समाज के गणमान्य जन एवं रिश्ते-नातेदारों और परिजनों ने पगड़ी बांधकर बहादुर बेटी का हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर श्री गोपालकृष्ण त्रिपाठी द्वारा पगड़ी रस्म में प्राप्त पांच हजार एक रुपये की राशि गुर्जरगौड़ ब्राह्मण समाज शुजालपुर की धर्मशाला के निर्माण के लिए भेट  किए गए। अपनी बेटियों को बेटों का दर्जा और समाज हित का श्रेष्ठ संदेश देने के लिए उपस्थित जन के द्वारा श्री त्रिपाठी की सराहना की।

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