नारायण ज्ञान धाम पुस्तकालय का स्थापना समारोह सम्पन्न

सुल्तानपुर और जौनपुर जनपद के छोर पर सुल्तानपुर जिले के करौंदी ब्लाक के बीवीपुर तिवारी ग्राम सभा के “नारायण ज्ञान धाम” नामक पुस्तकालय के प्रथम स्थापना समारोह में अशर्फी भवन अयोध्या से पधारे संत श्री श्री1008 परमपूज्य जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री श्रीधराचार्य जी महाराज जी ने संगीतमय कथा द्वारा भरत चरित्र व्याख्यान  से परस्पर प्रेम व त्याग से आदर्श परिवार व समाज के निर्माण में संस्कार युक्त शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला ।  आज के व्यावसायिक शिक्षा प्रणाली से उत्पन्न परिवार व समाज में घटते स्नेह, सहयोग व त्याग की भावना को संस्कारयुक्त शिक्षा के माध्यम दूर करने तथा समाज में नैतिकता को जीवन में अनिवार्य बताया जिससे परिवार व समाज में शांति व खुशहाली का वातावरण व्याप्त होगा। 


इस पुस्तकालय का निर्माण सुदूर ग्रामीणांचल में अपने गाँव से बेहद प्रेम करने वाले सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक श्री भागवत प्रसाद त्रिपाठी के सुंदर व सराहनीय विचारों का परिणाम है । इसका शुभारम्भ गत वर्ष 15 फरवरी 2019 को माननीय न्यायमूर्ति श्री रणविजय सिंह के कर कमलों द्वारा , सहायक निदेशक दूरदर्शन डॉ नीरजा माधव की अध्यक्षता में हुआ था।



इस वर्ष प्रथम स्थापना दिवस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पधारे पूर्व कुलपति काशी हिंदू विश्वविद्यालय व वर्तमान उत्तर प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी जी ने श्री बी पी त्रिपाठी (IPS)जी के प्रयासों की सराहना करते हुए शिक्षा को समाज में व्याप्त बुराइयों से मुक्त होने का सर्वोत्तम साधन बताया। उन्होंने संस्कार रहित शिक्षा को समाज के लिये अत्यंत घातक बताया और कहा कि संस्कारयुक्त शिक्षा ही हमें “ सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना की ओर अग्रसर करती है। उन्होंने रामचरित मानस व अन्य धार्मिक पुस्तकों से उदाहरण प्रस्तुत करते हुए प्राचीन सामाजिक जीवन में महिलाओं की सम्मानजनक स्थिति होने की बात बताते हुए आज के समाज में व्याप्त अज्ञानतापूर्ण पुरुषवादी मानसिकता को दुःखद बताया। 

मुख्य अतिथि के स्वागत में श्री गाँधी स्मारक इंटर कालेज की छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ स्वागत गीत प्रस्तुत करके श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

श्री गाँधी स्मारक इंटर कालेज के प्रधानाचार्य श्री रणजीत सिंह जी ने आज की युवा पीढ़ी को मोबाइल व लैपटॉप से बचते हुए पुस्तकों के पढ़ने व लेखन पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने तकनीक के अत्यधिक प्रयोग से बढ़ती विचारशून्यता को भविष्य की पीढ़ी के लिये घातक बताया। 

कार्यक्रम में कुछ बच्चों को उनके शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये पुरस्कृत करते हुए उनका उत्साहवर्धन कर अन्य बच्चों को   शिक्षा से उज्ज्वल भविष्य के निर्माण हेतु प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम का संयोजन श्री प्रह्लाद तिवारी जी ( प्रबंधक देववाणी जनकल्याण समिति ) ने किया। माननीय त्रिपाठी जी ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति एवं सहभागिता हेतु क्षेत्रीय जनों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए लोगों से अच्छे समाज के निर्माण हेतु सदैव तत्पर रहने का आह्वान किया।

रिपोर्टर

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