लाँकडाऊन●बोईसर में सोशल डिस्टैसिंग की उड़ती धज्जियां, कैसे जितेगें जंग

पालघर ।। कोविड-19 के दुसरे फेज में चल रहे लाँकडाऊन के दौरान प्रशासन द्वारा सजगता बरतने के लिए किये जा रहे तमाम कोशिशों के बावजूद लोग मानने को तैयार नही है। सुबह शाम जरूरी खरीददारी के नाम पर एक साथ बहुसंख्या में इकट्ठा होना गैरजिम्मेदारा शासन के सोशल डिस्टैसिंग एक मात्र जरूरी उपाय की धज्जियां उड़ाने जैसा है।
           
जिले के औद्योगिक शहर बोईसर  भाजी मार्केट से शुक्रवार सुबह ऐसे ही लापरवाही भरी खबरें सामने आयी है। जिसमें स्वयं एवं परिवार के जीवन का खिलवाड़ करते हुए आम जन सामानों की खरीदारी के लिए रेलमपेल लगाये बैठे है। यही नही शहर के आसपास से भी  सूबह शाम को सड़कों एवं गलियों में फुटकर सामानों के ठेला विक्रेताओं की भीड़भाड़ देखते ही बनती है। पुलिस एवं ग्रामपंचायत कर्मियों के डर से कभी कभार दुबक तो जाते है। फिर भी बाद में सड़कों पर मेला सा लगा रहता है।ऐसे में जिले से कोरोना की महामारी कैसे दुर होगी यक्ष प्रश्न बन गया है।

●ग्रामपंचायत ने विक्रेताओं को थमाया नोटिस होगी कार्यवाही●
      
फिहलाल कोरोना वायरस को लेकर जारी शासन के निर्णयों के मुताबिक बोईसर ग्रामपंचायत के  ग्राम विकास अधिकारी की ओर से आज पुनः सख्ती बरतते हुए सभी छोटे बड़े फुटकर विक्रेताओं को सूचना जारी करते हुए बोईसर थानें को संदर्भ दिया गया है कि बोईसर ग्रामपंचायत क्षेत्र की सभी किराना,भाजी, फल,मच्छी, मटन,चिकन, फेरीवालों की दुकानों को शाम को चार बजे से बंद रखने को कहा गया है। यदपि इन नियमों का उल्लंघन करते कोई पाया जाता है तो भारतीय दंड संहिता के अनुसार कार्यवाही की जायेगी।

रिपोर्टर

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