कृपया कोई भी काल ना करे कडोमपा आयुक्त व्यस्त है - विमलेश त्रिपाठी

रोहित शुक्ला की विशेष रिपोर्ट

कल्याण ।।  विश्वव्यापी महामारी कोरोना के चलते जहां एक तरफ समाजसेवियों ने अपने दोनों हाथ खोल दिए हैं वही अभी तक महाराष्ट्र सरकार की तरफ से देश की जनता के लिए ना तो बिजली बिल माफ करने की कोई घोषणा की गई है नाही अभी तक प्रॉपर्टी टैक्स में ही किसी प्रकार की छूट देने की बात कही गई है जिससे पिछले 2 महीने से घरों में बैठे लोग काफी परेशानियों में गुजर रहे हैं उनके सामने यह समस्या रहती है कि वह राशन भले ही ना खरीद पाए पर इनके बिल उन्हें भरने ही होते हैं इसी विषय को गंभीरता से लेते हुए हिंदुत्व समन्वय समिति के महाराष्ट्र अध्यक्ष विमलेश त्रिपाठी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को निवेदन पत्र देकर 6 महीने का बिजली बिल माफ करने की मांग किया है ।

गौरतलब हो कि देश में फैले कोरोना महामारी के कारण देश में लाकडाउन लागू कर दिया गया जिसके पश्चात सभी काम धंधे बंद पड़ गए और लोगों पर भुखमरी की संकट बढ़ने लगी ऐसी स्थिति को तिहाड़ी मजदूर बहुत अधिक समय तक झेल नहीं पाए और वह तंग आकर एक माह के पश्चात पैदल ही अपने घरों के लिए निकल पड़े वही मध्यम वर्गीय तबके के लोग किसी तरह अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे परंतु सरकार द्वारा उनके लिए कोई भी विशेष सहयोग नहीं प्रदान किया गया जिससे उनके मन में सरकार के प्रति काफी रोष देखा जा रहा है इस संदर्भ में विमलेश त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को निवेदन पत्र देते हुए कहा कि लोगों के घरों में बैठ जाने के कारण उनके ऊपर आर्थिक तंगी बढ़ने लगी है जिस पर सरकार का तनिक भी ध्यान नहीं रहा आज 2 महीने बीत जाने के बाद भी बिजली विभाग की तरफ से 800 से लेकर तकरीबन 2000 तक का बिजली का अंदाजन बील भेज दिया जाता है और समय-समय पर उन्हें मैसेज भेज कर बिल भरने के लिए भी चेतावनी दिया जाता रहता है इसी तरह बीएसएनएल कंपनी द्वारा भी ग्राहकों को टेलीफोन का बिल भरने के लिए बार-बार मैसेज या कंप्यूटरीकृत फोन द्वारा परेशान किया जाते रहता है ।
 
वही कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका द्वारा भी अब शहर की जनता पर एक नया बोझा डाल दिया गया महानगर पालिका ने लोगों को प्रॉपर्टी टैक्स भरने के लिए निर्देश जारी किए हैं परंतु यहां के आयुक्त डॉक्टर विजय सूर्यवंशी को यह तनिक भी ध्यान नहीं आया कि यहां की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है यहां पर रहने वाले लोग पूरी तरह से घरों में कैद पड़े हैं उनकी आमदनी का सारा जरिया बंद हो चुका है ऐसे में वे कर भरे तो भरे कैसे वही इस संदर्भ में बात करने के लिए आयुक्त सूर्यवंशी को फोन किया गया परंतु वे तो इतने अधिक व्यस्त रहते हैं कि उनके पास किसी का फोन उठाने का समय ही नहीं रहता उन्हें कभी भी फोन किया जाता है तो उनकी तरफ से सिर्फ एक ही मैसेज आता है कि हम व्यस्त हैं अर्जेंट है तो आप मैसेज कीजिए परंतु उन्हें मैसेज करने के बाद भी उनका कोई भी जवाब सामने से कभी नहीं आता है अब इसे आयुक्त की लापरवाही कहा जाए या उनकी अनदेखी कि वह जानबूझकर सब चीजों से अनजान बन रहे हैं और किसी का भी फोन ना उठा कर अपने कर्तव्य से मुंह मोड़ रहे हैं ऐसे अनगिनत लोग मिल जाएंगे जो आयुक्त के इस बर्ताव की गवाही दे देंगे वही दूसरी तरफ कल्याण डोम्बिवली शहर में तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है ऐसे में शहर में रखे गए कचरे के डिब्बे तक गायब कर दिए गए है शहर में नाममात्र का दवाओ का छिड़काव किया जा रहा है पर आयुक्त सूर्यवंशी को इन सब बातों की जानकारी के लिए संपर्क करने का प्रयास किया जाता है तो वे किसी का फोन तक उठाना वाजिब नही समझते है ।

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