बारूद के ढेर पर बाजारों की कई घनी बस्तियां, प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार?

रिपोर्ट-राम मोहन अग्निहोत्री 

ज्ञानपुर,भदोही। दीपावली के लिए भारी मात्रा में बारूद और पटाखे किए गए हैं डंप।घनी बस्तियों के बीच रखे गए पटाखों से कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा, जनपद के कई बाजारों की घनी बस्तियां बारूद के ढेर पर है। दीपावली के लिए हवाई दारों ने बड़ी मात्रा में घनी बस्तियों के बीच पटाखे और बारूद डंप किए हैं। कई जगहों पर अवैध रूप से पटाखे तैयार किए जा रहे हैं । बगैर लाइसेंस के घनी बस्तियों में भारी मात्रा में पटाखे डम्प कर रहे हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जिम्मेदार अफसरों ने सब कुछ जानते हुए भी मौन हैं। यह हालत तब है जब बीते सालों जिले में कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। पटाखा बनाते समय विस्फोट से कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं । भदोही में हुए 13 नवम्बर 2017 के पटाखा विस्फोट ने फिर प्रशासन की लापरवाही उजागर कर दी है । जिसमें भदोही कस्बे के दरोपुर मुहल्ले में गुड्डू नामक व्यक्ति के चिथडे उड़ गये थे और उसकी मां अनवरी बेगम,पत्नी रेहाना और पुत्री नन्हकी गम्भीर रुप से घायल हो गए थे।बता दें कि शहर से लेकर नगर और ग्रामीण इलाकों में दीपावली पूजा के शुरुआत होते ही लाखों करोड़ों रुपए के पटाखों की बिक्री होती है ।दीपावली का पर्व बिल्कुल निकट है। लेकिन ज्यादातर हवाईदार अभी से ही तेज आवाज वाले पटाखे बनाने के साथ ही उसे डंप कर में लगे हैं। पुलिस से बचने के चक्कर में अक्सर दिन में पटाखा बनाने नजर नहीं आते हैं, इस बात की जानकारी लोगों को है लेकिन सभी अंजान बने रहते हैं । पटाखा बनाने वाले मकानो से सटे आसपास के लोग सहमें रहते हैं ।पूर्व में पुरानी बाजार ज्ञानपुर में भी पटाखा बनाते 4 बार विस्फोट की घटनाएं हो चुकी हैं । जिसमें कमरे व छत एवं दीवारें तक चिथडे हो चुकी हैं,पारिवारिक लोगों की जान जाने के भी बावजूद आतिशबाज अपना कारोबारी सुरक्षित करने के बजाय रिस्क लेकर करते रहते हैं। उनके भीतर अधिकारियों का तनिक भी भय नहीं है। हकीकत तो यह है कि लाइसेंस की आड़ में पूरा परिवार पटाखा बनाता है।

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