विकास खण्ड मूरतगंज के ग्राम पंचायत गौसपुर में स्वच्छ भारत अभियान पूर्णतः फ्लॉप

रिपोर्ट - सत्यवेन्द्र यादव आजाद 

कौशाम्बी:- प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचमुक्त बनाने के लिए गम्भीर रूप से चिंतित है, लेकिन जनपद में कुछ ऐसी ग्राम पंचायते हैं जहां पर जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण शौचालय ही नहीं बनाये गए हैं ।आपको बताते चलें की जनपद के जिम्मेदार अधिकारी योगी सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का गृह जनपद होने के बाद भी जनपद के जिम्मेदारों ने प्रदेश सरकार को बदनाम करने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी हैं, जनपद के जिम्मेदारों ने महज कागजों पर ही पूरे जनपद को शौच मुक्त(ओ.डी.एफ. ) होने का दावा कर रहे हैं ,जबकि जिले की जमीनी हकीकत तलाशी जाये तो आज भी जनपद के लगभग 60 फ़ीसद से अधिक ग्राम सभाओं की स्थिति यह है कि जहां पर लोग खुले में शौच करने को मजबूर है ,इसी क्रम में बात करें तो जनपद के विकास खंण्ड मूरतगंज के गंगा तराई इलाकों की ग्राम सभाओं में जो गंगा एक्शन प्लान के तहत चयनित गांव हैं|

जहां पर कई-कई बार सी.एल.टी.एस.टीम द्वारा पांच दिवसीय कार्यक्रम लगाकर लोगों को खुले में शौच न जाने हेतु जागरूक किया गया था , लोगों की माने तो जिम्मेदारों ने जो भी शासन द्वारा शौचालय निर्माण कार्य करवाया था। अधिकतर शौचालय मानकों के विपरीत बने हैं जिसमें कहीं गड्ढा नहीं तो कहीं शीट नहीं ,यहां तक की ऐसे भी शौचालय देखने को मिले हैं , जिनमें आजतक छत ही नहीं पड़ी है। शौचालय पूरी तरह से मानक के विपरीत बनाये गये हैं, जिसके कारण लोग शौचालय का इस्तेमाल नहीं करते और बाहर शौच जाने को मजबूर हैं। विकास खंण्ड मूरतगंज के गांवों की बात करें तो गंगा नदी के किनारे बसा गाँव गौसपुर में लोग आज भी लोग खुले में शौच जाते हुए देखने मिलते हैं । जिसके कारण गाँव के चारों तरफ व गंगा के किनारे गन्दगी ही गन्दगी है, इस गाँव में जिम्मेदारों की भ्रष्टाचारी साफ देखी जा सकती है ।वहीं ग्रामीणों ने जनपद के तेज तर्रार जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है। 

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