सुरक्षा का पाठ पढ़ेगी पुलिस

वाराणसी ।।  प्रवासी भारतीय के प्रति पुलिस का व्यवहार सद्भावना पूर्ण हो। उनसे बातचीत या समस्या सुन कर समाधान करने में दिक्कत न आए। पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान चुस्त-दुरुस्त दिखें और हावभाव के साथ ही यूनिफार्म सही रहे। अत्याधुनिक उपकरणों के संचालन में किसी प्रकार की दिक्कत न आए और यदि किसी की तलाशी लेनी हो तो इस तरह से की जाए कि अव्यवस्था न फैले। इसके लिए सीओ पिंडरा के नेतृत्व में जिले के चार इंस्पेक्टर और 15 दरोगा छह दिवसीय कैप्सूल कोर्स के लिए हैदराबाद के हाकिमपेट स्थित राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी (नेशनल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी एकेडमी) जाएंगे।सात जनवरी से 12 जनवरी तक यह पुलिसकर्मी व्यवहार, यूनिफार्म, अत्याधुनिक उपकरणों के संचालन, निगरानी और तलाशी का प्रशिक्षण लेंगे। 13 जनवरी को लौटकर वापस आने के बाद यह प्रशिक्षित दल जिले के अन्य पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में प्रशिक्षण देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान पुलिस का व्यवहार और कामकाज का तरीका ऐसा रहे कि दुनिया भर में वाहवाही हो।

इसके मद्देनजर जिले के चुनिंदा पुलिसकर्मियों को बीते महीने में तीन दिन का प्रशिक्षण एएसपी डॉ. अनिल कुमार, सीओ पिंडरा सुरेंद्र और सीओ बड़ागांव प्रीति त्रिपाठी ने दिया था। जिला स्तरीय प्रशिक्षण के बाद अब चुनिंदा पुलिसकर्मियों का दल हाकिमपेट जाएगा। इसकी पुष्टि करते हुए सीओ पिंडरा सुरेंद्र ने बताया कि उनके साथ 19 पुलिसकर्मियों का दल छह जनवरी को रवाना होगा और 13 जनवरी को वापस शहर लौटेगा।

 उत्कृष्ट केंद्र की है मान्यता  एकेडमी को 
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का प्रीमियर ट्रेनिंग सेंटर राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी आठ दिसंबर 1990 को अस्तित्व में आया था। समय बीतने के साथ ही इसे औद्योगिक सुरक्षा में उत्कृष्ट केंद्र के रूप में मान्यता दी गई। इस अकादमी का उद्देश्य औद्योगिक सुरक्षा और प्रबंधन, विमानन सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मियों को तैयार करना है।

रिपोर्टर

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