अचानक बदले गए भदोही बसपा जिलाध्यक्ष बसपा पार्टी में विद्रोह

रिपोर्ट-राम मोहन अग्निहोत्री

नए जिलाध्यक्ष पर हत्या के संगीन आरोप

ज्ञानपुर,भदोही।। बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष  आर एस कुशवाहा द्वारा नए बहुजन समाजवादी पार्टी के बनाए गए जिला अध्यक्ष  राजेश गौतम जो अपराधिक पृष्ठभूमि  से आते हैं  और जिनकी समाज में छवि एक अपराधिक गुंडे के रूप में  प्रचलित है  और अपनी ही  बिरादरी के राम नारायण गौतम कोछिया को उनके पारिवारिक सदस्यों समेत अपने सगे भाइयों के साथ मिलकर लाठी डंडे एवं पत्थर से प्रहार कर हत्या करने वाले अपराधिक पृष्ठभूमि के वांछित अभियुक्त राजेश कुमार गौतम को बसपा का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर बसपा पार्टी में विद्रोह की स्थिति उत्पन्न हो गई है। और बहुजन समाज के लोग भारी संख्या में पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। चर्चाओं के अनुसार गड़ेरिया पुर कोछिया का रहने वाला अपराधिक किस्म के नए बनाए गए बहुजन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष को लेकर ज्ञानपुर में एक आवश्यक बैठक सोहनलाल तेजई इंद्र कुमार आदि नेताओं के संचालन में संपन्न हुई जिसमें एक स्वर से नए बसपा जिलाध्यक्ष प्रति गहरा रोष व्यक्त किया गया और संकल्प व्यक्त करते हुए जनपद के हजारों हरिजन नेताओं और पार्टी समर्थक कार्यकर्ताओं ने कहा कि समाज में अस्थिरता पैदा करने वाले अपनी ही बिरादरी और अन्य जातियों के लिए खौफ पैदा कर मारपीट झगड़ा फसाद करने वाले व्यक्ति को पार्टी के जिलाध्यक्ष जैसे पद पर सुशोभित करना बसपा पार्टी के लिए यह आत्मघाती कदम होगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बहन सुश्री मायावती और प्रदेश अध्यक्ष आर एस कुशवाहा क्या बिकाऊ हो गए हैं।अन्य पार्टियों में जिला अध्यक्ष का चुनाव आम सहमति से किया जाता है और जो भी जिलाध्यक्ष बनता है वह साल 2 साल 4 साल तक जिला अध्यक्ष पद पर कायम रहता है किंतु बसपा पार्टी में यह रीति नीति नहीं है जिसका हम सब पुरजोर विरोध करते हैं। बसपा कैडर से जुड़े दलित, अल्पसंख्यक एवं कुशवाहा  वर्ग के लोगों ने एक सुर से मांग किया पूर्व जिला अध्यक्ष जय प्रकाश चौधरी एक शालीन शिष्ट,नैतिक परंपरा का निर्वाह करते हुए पार्टी की एका के प्रति काफी गंभीर और किसी भी पार्टी के कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर पार्टी की मजबूती के लिए कार्य करने वाले जिला अध्यक्ष के रूप में प्रतिष्ठित थे उनके साथ गहरा आघात का कार्य बसपा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने किया है जिसका परिणाम आगे आने वाले लोकसभा चुनाव में दिखना स्वाभाविक हो गया है। लोगों के कथनानुसार बहुजन समाजवादी पार्टी में निष्ठावान कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाता है जबकि भ्रष्टाचार एवं हत्या बल्बा चोरी डकैती के आरोपियों को श्रेष्ठ पद अधिकार देकर नवाजा जाता है। यह परंपरा बसपा पार्टी के लिए आत्मघाती कदम होगा।

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