पूर्व प्रमुख सुनीता यादव के आवास पर बैठक कर घटना को लोकतंत्र की हत्या करार दिया गया।

प्रयागराज जाने से पूर्व सपा मुखिया को लखनऊ में रोके जाने से कार्यकर्ताओ में आक्रोश



पूर्व प्रमुख सुनीता यादव के आवास पर बैठक कर घटना को लोकतंत्र की हत्या करार दिया गया।


भदोही।सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री 

अखिलेश यादव को प्रयागराज कार्यक्रम में जाने से पूर्व लखनऊ हवाई अड्डे पर रोक दिये जाने को लेकर सपा कार्यकर्ताओ में आक्रोश है।मंगलवार की शाम पूर्व प्रमुख सुनीता यादव के आवास पर जूटे कार्यकर्ताओ ने निंदा प्रस्ताव परित कर वर्तमान भाजपा सरकार को जुल्मी व अत्याचारी करार दिया गया।अध्यक्षता करते पूर्व प्रमुख विकास यादव ने कहा कि प्रयागराज यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ के वार्षिक कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे पार्टी के मुखिया को लखनऊ हवाई अड्डे पर भाजपा सरकार के इशारे पर ही रोका गया है।इस घटना की जितनी  निंदा की जाय कम है।भाजपा के लोग सपा बसपा गठबंधन से बौखलाहट में है।अन्यथा सपा मुखिया जो यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ के वार्षिक कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे  थे।ऐसे में रोकने का क्या तुक है।वक्ताओं ने इस घटना को लोकतंत्र की हत्या करार दिया और सरकार की तानाशाही बताया।बैठक में तय हुआ कि 2019 लोकसभा चुनाव में द्वेष व बदले की राजनीति करने वाली भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल कर सपा गठबंधन के नेतृत्व को जीत दिलाई जायेगी।बैठक में संतोष यादव, सोहन पाल, मंजलाल विश्वकर्मा, रामबहादुर बिंद, महबूब आलम, शमशेर बहादुर, रमेश मौर्य, अब्दुल हई, अनिल कुमार, अखिलेश गौतम, दिनेश सरोज, सुभाष सरोज आदि रहे।

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