गुजरात एवं महाराष्ट्र की सरकार उत्तर भारतीयों के विकास में सौतेले पन से बाज आए - दिनेश कुमार यादव

रिपोर्ट-राम मोहन अग्निहोत्री

ज्ञानपुर,भदोही। पूर्वांचल के मध्यम वर्गीय एवं गरीब तबके के नागरिकों के लिए मुंबई महाराष्ट्र एवं गुजरात प्रांत रोजी रोटी का एक प्रमुख साधन केंद्र बन गया है। प्रमुख समाज सेवी एवं पत्रकार दिनेश कुमार यादव दद्दा ने गुजरात एवं महाराष्ट्र प्रदेश सरकार  से मांग करते हुए कहा कि  वे विकास के मामले में उत्तर भारतीयों के साथ सोतेलेपन से बाज आएं।पूर्वांचल उत्तरांचल मध्यांचल एवं पश्चिमाञ्चल के अनेक जिलों से रोजी रोटी की तलाश में मुंबई महाराष्ट्र एवं गुजरात पहुंचे उत्तर भारतीय लोगों का व्यवसाय एवं नौकरी पेशा कार्य के लिए तरक्की के सोपान और कमाई का जरिया बन गया है। भदोही जिले के सुरियावां क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी एवं पत्रकार दिनेश कुमार यादव दादा इस सिलसिले में गुजरात प्रांत एवं महाराष्ट्र मुंबई क्षेत्र का एक माह तक दौरा करने के उपरांत वहां की उत्तर भारतीय नागरिकों के बिजनेस व्यवसाय नौकरी पेशा से जुड़े लोगों के बीच संपर्क के दौरान लोगों की समस्याओं से अवगत हुए। और उनकी प्रमुख मांगों के संदर्भ में वहां के क्षेत्रीय यूनियन से संबंधित नेताओं से वार्ता के उपरांत उनकी समस्याओं के संदर्भ में  जानकारी साझा की। मुंबई गुजरात प्रवास के दौरान अपने गृह जनपद भदोही में लौटने के पश्चात एक पत्रकार वार्ता में मुंबई महाराष्ट्र में गुजरात में उत्तर भारतीयों के साथ वहां की सरकार के रवैए पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि गुजरात एवं महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय नागरिकों के बदौलत उद्योगों से जहां गुजराती एवं महाराष्ट्रीयन लाभ अर्जित कर करोड़ों का वारा न्यारा कर रहे हैं। उस अनुपात में उत्तर भारतीय नागरिकों के साथ उनके रवैए में सौतेलेपन की वजह से उत्तर भारतीय नागरिकों का विकास के मामले में पिछड़ापन काफी बढ़ गया है जो चिंता का विषय है। उन्होंने महाराष्ट्र की सरकार से  इस दिशा में ठोस रणनीति बनाकर उत्तर भारतीय नागरिकों और कामगारों की देखभाल करने एवं उनके परिवारों के भरण पोषण के लिए जरूरी एवं उचित कदम उठाए जाने की मांग की।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट