वाराणसी पुलिस की गुंडागर्दी बढ़ता जा रहा है पत्रकारों से अभद्रता आज फिर एक पत्रकार हुआ अभद्रता का शिकार

एक तरफ जहां पत्रकारों का भारत का चौथा स्तंभ माना जाता है प्रदेश की योगी सरकार उत्तर प्रदेश पुलिस को अपनी छवि को सुधारने के लिए कई ने दिशानिर्देश दे चुके हैं परंतु कुछ पुलिस वालों को इसका कोई फर्क नहीं पड़ता और उनके कारण पूरे पुलिस प्रशासन की छवि धूमिल होती है यूपी पुलिस निरंतर अपने छवि सुधारने में लगे हुए परंतु कुछ एक खाकी वर्दी धारी अपने फर्ज ईमान को भूल वर्दी के आंड में धन उगाही का काम करते हैं ऐसा ही एक मामला वाराणसी के सिगरा थाना अंतर्गत रोडवेज चौकी के प्रमुख रेलवे स्टेशन वाराणसी कैंट के समीप जहां रोजाना हजारों यात्रियों का आना जाना लगा रहता है वहीं रोडवे चौकी के पुलिस जिनकी का कार्य नागरिकों की सुरक्षा करना भूल गायी में ज्यादा मजबूर हो गए हैं आपको बता दें कि यहां गरीब ठेले वालों का रोजाना शोषण किया जाता है पैसे के लिए रोडवेज चौकी पर तैनात विनय सिंह कांस्टेबल वसूली करने के लिए कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर लगे ठेले वालों से वसूली कर रहे थे वही एक गरीब ठेले वाले ने पैसा देने में असमर्थता दिखाई तो वर्दी धारी महोदय विनय सिंह आग बबूला हो गए और गरीब ठेले वाले की पिटाई करने लगे वहीं पर खड़े एक पत्रकार ने जब इसका विरोध किया तो पत्रकार के साथ गाली-गलौज मारपीट पर विनय सिंह कांस्टेबल उतर आए और बोले कि तुम्हारी सारी पत्रकारिता निकाल लेंगे इस बात की सूचना सिगरा थाना प्रभारी रोडवे चौकी प्रभारी और कप्तान साहब से करा दिया गया है यह देखना है कि भारत के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ होने वाले इस तरह के अशोक ने कितने सरकार और प्रशासन का क्या कांस्टेबल पर एक्शन लेती है

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