मुंबई फुटओवर ब्रिज गिरा , 3 लोगों की मौत की खबर, 36 लोग घायल

मुंबई : एक बार फिर से मुम्बई में पुल गिरने से हादसा हुआ और 3 लोग मारे गए 36 लोग घायल हैं 2 गंभीर हैं। मुआवजे का ऐलान किया जा चुका है, जांच की बात की जा रही है। मुंबई फिर से चल पड़ी है। मुम्बई क्षत्रपती शिवाजी टर्मिनस के पास यह हादसा हुआ है और बहुत ही व्यस्ततम क्षेत्र है।अंधेरी, एलफिंस्टन ब्रिज और अब सीएसटी का यह ब्रिज न जाने कितने ऐसे हादसे फेहरिस्त में जुड़ने बाकी हैं।


अब प्रश्न यह है कि इसका कसूरवार कौन है?
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अनुसार पुल का स्ट्रक्चरल आडिट किया गया था जिसकी रिपोर्ट में भी यह फिट बताया गया। सरकारी तंत्र है सब जानते हैं कि किस तरह से रिपोर्टे बनती हैं। अब लोगों की माने तो यह बहुत ही महत्वपूर्ण पुल था और यह चलने के समय अप्रत्याशित रूप से हिलता था। ऑडिट टीम ने कैसे यह रिपोर्ट बनाई वह भगवान ही जाने। ऐसे हादसे तब तक नही रुक सकते जब तक इसके जिम्मेदार लोगों पर कई हत्याओं का मुकदमा चलाकर उन्हें दंडित न किया जाय।

ऐसे तमाम हादसे होते रहते हैं और सरकार अफसोस जताने खेद व्यक्त करने से आगे नही बढ़ पाती है। आपको जानकर आश्चर्य होगा ऐसे सुरक्षा मानकों को दरकिनार करने वालों के खिलाफ तमाम शिकायतें सरकारी दफ्तरों में पड़ी रहती हैं लेकिन वह ठंडे बस्ते में डाल दी जाती हैं।

स्थानीय मनपा और उस पर राज करने वाले ही इसके असली गुनहगार हैं। लेकिन हिस्सेदारी की वजह से आम जनता की जान को जोखिम में डाल दिया जाता है। ठेकेदारों पर किसी भी तरह से अंकुश नहीं लगाया जा सकता क्योंकि सेटिंग के चलते निम्न दर्जे के काम होते हैं ऐसा साबित हो चुका है। आम लोगों की जिंदगी का कोई मोल नही है। 5-5 लाख मुआवजे का ऐलान हो चुका है लेकिन जिसके परिवार के साथ यह हादसा हुआ उसकी भरपाई कौन करेगा ?

रिपोर्टर

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