भदोही के भाजपा के सीटिंग सांसद का टिकट कटना बना पार्टी के लिए सिरदर्द.


गोपीगज,भदोही। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता तथा पार्टी में अपनी गहरी पैठ रखने वाले वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट कटने के बाद पार्टी हाईकमान के निर्देश पर उन्हें बलिया से प्रत्याशी बनाया गया है । ऐसे में जनपद  भदोही के सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के लोग  तथा कांग्रेस पार्टी के लोग भी अब नए प्रत्याशी के चेहरे को लेकर आशंकित बने हुए हैं मामले को लेकर बताया जाता है कि पार्टी से टिकट लेने वाले उम्मीदवारों की दौड़ लखनऊ से लेकर दिल्ली तक बनी हुई है और प्रबल दावेदारों की सूची में जहां बड़े-बड़े नेताओं का नाम सामने आ रहा है ऐसे में  जनपद मिर्जापुर के मझवां विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी से लगातार तीन बार विधायक रहे डॉ रमेश बिंद को भी पार्टी से टिकट मिलने की आशंका बताई जा रही है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की देर शाम प्रदेश कार्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने की भी उनकी तैयारी चल रही है और निश्चित रूप से उनका टिकट फाइनल हो जाने की चर्चा बताई जा रही है अब देखना है कि जनपद भदोही के सीट से  भारतीय जनता पार्टी के किस व्यक्ति का चयन पार्टी  हाईकमान करती है और टिकट फाइनल होने के बाद भदोही के राजनीतिक गलियारे की क्या समीकरण बनती और बिगड़ती है।


मंगल बना मस्त के लिये अमंगल


नगर में मंगलवार को पार्टी के विजय संकल्प सभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का  कार्यकर्ताओं द्वारा जोरदार स्वागत किया गया ऐसे में मंत्री तथा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने अपने कराए गए विकास कार्यों को जमकर अपना पक्ष जनता के सामने रखा लेकिन जहां ब्राह्मण सभा के नेताओं के विरोध का शिकार मस्त होना पड़ा ऐसे में सभा समाप्त होने की कुछ देर बाद से ही मीडिया में मस्त के टिकट कटने की भी चर्चाएं तेज हो गई वहीं लोगों का कहना था कि मंगलवार का दिन सांसद के लिए अमंगल साबित हुआ ।

कही खुशी कही गम.

सीटिंग सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट कटने के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं में जहां गम है वही दूसरी तरफ विरेंद्र सिंह मस्त के टिकट कटने पर कुछ लोग खुश भी नजर आ रहे हैं सूत्रों की मानें तो सांसद के करीबी लोग सांसद का टिकट कट जाने से नाराज हैं और दूसरी तरफ  के लोग टिकट कटने से अब किसी नए चेहरे को लेकर खुशी भी छाई हुई है देखना है कि पार्टी की हाईकमान का निर्णय क्या होता है और टिकट का अंतिम मुहर किसके नाम पर लगता है।

रिपोर्टर

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