हवन पूजन के साथ श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा की हुई पूर्णाहुति

गोपीगंज,भदोही ।। नगर के पश्चिम मोहाल मे चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति मंगलवार को हो गया हवन पूजन मे बड़ी संख्या मे लोगो ने आहुति देकर पूण्य अर्जित किया |कथा की पूर्णाहुति पर गायत्री महायज्ञ का कार्यक्रम संपन्न हुआ।शांति कुंज हरिद्वार की गायत्री परिवार द्वारा आयोजित गायत्री महायज्ञ मे वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहुति के उपरांत पंडित राधेश्याम उपाध्याय संत जी व कथा व्यास शिव शंकर आचार्य जी महाराज ने इस कर्मकांड के मंत्रों की व्याख्या किया।वैज्ञानिक व दार्शनिक व्याख्या करते हुए कहा कि यज्ञ सर्वश्रेष्ठ कर्म को कहते हैं यह संसार के प्रत्येक व्यक्ति परिवार एवं समाज परमार्थ भाव से करना चाहिए। स्वार्थ  मिटा कर परमार्थ भाव से अपनी कमाई का एक अंश धार्मिक कार्य में लगाना चाहिए। फूल माला प्रसाद मिष्ठान प्रसाद आदि की अलग अलग व्याख्या करते हुए मधुर व्यवहार प्रेम भाव के साथ सत्य बोलने का सीख दी| यज्ञ में देव पूजन की चर्चा करते हुए कहा गायत्री महामंत्र के लिए एक लाख 20 हजार फैंसी होती है इसलिए इसको महां मंत्र कहा गया है।महामृत्युंजय का जप अमृत के संकट को भी टाल देता है पंडित श्री राम शर्मा आचार्य को बिना भेदभाव के सभी वर्ग जाति संप्रदाय को सिद्ध करके प्रदान कर दिया है।संपूर्ण जगह देवताओं के अधीन है देवता मंत्रों के अधीन मंत्र ब्राह्मणों के अधीन है तथा ब्राह्मण गायत्री के अधीन है इस गायत्री को सर्वश्रेष्ठ माना गया है।आचार्य बैरागी जी ने कहा कि गायत्री के बिना किसी ब्राह्मण का कल्याण नहीं है यदि वेद माता जय माता माता इसकी अनंत रूप धाराएं हैं। भजन गायन सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। भक्तों में शेष प्रकाश जायसवाल अशोक जायसवाल रामजी मौर्य कृष्ण कुमार खटाई शिव शंकर राजेश मिश्रा एडवोकेट कृपाशंकर  शंकर श्रीवास्तव और राजू महाराज  शामिल रहे।

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