शहीद दीनानाथ ठाकुर का पार्थिव शरीर उनके गाव बलिहार पहुंचा

बलिया ।। भारत-म्यांमार सीमा पर मौन इलाके में शनिवार को उग्रवादियों के एक समूह से हुई मुठभेड़ में असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए थे, जिसमें एक जवान बलिया जिले के थे। इनका आज पार्थिव शरीर बलिया में पहुंच गया।

शहीद जवान दीनानाथ ठाकुर का पार्थिव शरीर आज सुबह करीब साढ़े 10 बजे वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचा। एयरपोर्ट पर शहीद जवान के पार्थिव शरीर के पहुंचने से पहले ही वाराणसी 39 जीटीसी के जवान पहुंच गए थे।पार्थिव शरीर एयरपोर्ट के कार्गो कॉम्लेक्स में लाया गया, जहां सेना के अधिकारी और जवानों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद शहीद जवान के पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से उनके गृह जनपद भेज दिया गया।

शहीद जवान बलिया जिले के हल्दी थाना क्षेत्र के बलिहार गांव निवासी थे, जिनका पार्थिव शरीर आज शाम करीब 5 बजे उनके पैतृक गांव पहुंच गया। शहीद दीनानाथ टाकुर असम राइफल के 40वें बटालियन में तैनात थे। इसके बाद शहीद दीनानाथ ठाकुर केशव को गंगा तट की ओर ले जाते हुए शासन के प्रतिनिधि राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी ने कंधा दिया। उनके साथ में जीटीसी वाराणसी के जवान भी मौजूद थे।सैन्य सूत्रों ने बताया कि दो वाहनों पर सवार असम राइफल्स के एक कॉलम का सामना दोपहर करीब डेढ़ बजे एक आईईडी विस्फोट से हुआ। विस्फोट के बाद असम राइफल्स के जवानों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें दो जवान शहीद हो गए।

इसी दौरान नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (खापलांग) के संदिग्ध उग्रवादियों ने आईईडी विस्फोट कर दिया। उन्होंने बताया कि इसके बाद अर्धसैनिक बल के जवानों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। इसमें दो जवानों की मौत हो गई। इनमें बलिया के दीनानाथ भी थे।

रिपोर्टर

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