मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल मिशन योजना लूट खसोट का शिकार

संवाददाता - जमुई से देवेन्द्र कुमार 

जमुई ।। ग्रामीण तथा शहरी इलाके मे आमलोगो तक पेयजल सुविधा पहुचाने के लिए योजना की शुरुआत की है परन्तु क्रियानवयन  मे योजनाए अभी घरातल से उपर नही हो पाई है मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना की स्थित जिले के सभी प्रखंडो मे सुखद नही है 

     विभागीय रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल मिशन योजना के क्रियान्वयन मे जिले के आघा से अधिक नक्सल प्रभावित प्रखंड पिछड़ते नजर आ रहे है आंकड़े पर नजर डाले तो जिले के  153  पंचायतो के 1963  वाडो मे मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत बोरिंग तथा टंकी लगा कर घरो तक पानी पहुचाने की कवायद शुरू की गई । जिसमे जमुई, खैरात, बरहट,झाझा तथा चकाई प्रखंड मे कुल मिलाकर  116  योजना पूर्ण कर ली गई है प्राप्त आकड़े के अनुसार जमुई प्रखंड मे  17 सिकंदरा मे  17  , खैरा मे  16,बरहट मे  16, लक्ष्मीपुर तथा गिद्धोर मे 7- 7, झाझा मे 29 तथा चकाई मे  16 योजनाओ के तहत वाडो मे टंकी लगाया जा चुका है जबकि जमुई के  31,सिकंदरा के 48, अलीगंज के 11,खैरा के 76,बरहट के 32, लक्ष्मीपुर के 23,गिद्धोर के 13, झाझा के 75, सोनो के 24, चकाई के 62,वाडो को मिलाकर जिले भर मे अब तक 387 वाडो मे बोरिंग का कार्य पूर्ण कर लिया है इसके अलावा जिले के 1963 वाडो मे से 405 अन्य वाडो मे ग्राम पंचायत द्वारा योजना के क्रियान्वयन के लिए राशि हस्तांतरित कर दिया गया है ।बीते दो वर्षो मे प्रर्यापत वर्षा नही होने के कारण नदिया, तलाक, तथा अन्य जलाशय सुख चुके है। हालांकि भू संरक्षण विभाग, मनरेगा तथा लघु जल संसाधन विभाग द्वारा जल संरक्षण के लिए जलाशय बनाने की बात कही जाती है लेकिन ये योजनाए लूट -खसौट का शिकार होकर रह गई है

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट