बांस के सहारे बिजली का जानलेवा खंबा, लापरवाह जे ई

* विद्युत आपूर्ति राम भरोसे

कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

सुईथा, जौनपुर।  सरपतहां थाना क्षेत्र के भेला गांव में एक टूटे विद्युत खंभे से जो सिर्फ एक बम्बू के सहारे रुका है, सालों से विद्युत आपूर्ति की जा रही है ।जिसके संबंध में कई बार जेई को सूचित किया गया उन्होंने कहा कि अभी मौके पर खंबे की उपलब्धता नहीं है ।मैं इसके लिए एप्लीकेशन डाल देता हूं जब खंबा आएगा तुरंत लग जाएगा । इतना समय बीतने के बावजूद अभी तक खंबा नहीं  लगा हुआ है। सोचने विषय यह है कि किसी तरह बांस के सहारे रोका गया वह खंभा यदि जमीन पर गिरा और कोई इसमें दबा तो निश्चित ही उसकी मृत्यु हो जाएगी तो फिर इसका जिम्मेदार कौन होगा। इस खम्भे में जिस ट्रांसफार्मर से बिजली की आपूर्ति की जाती है ,करीब 1 सप्ताह से वो जला हुवा है परंतु विभाग को इसकी जानकारी होने के बावजूद इसको बदला नहीं जा रहा है। इस तरह की लापरवाही विद्युत विभाग में अक्सर देखी जाती है जोकि बेहद दुखद है ।इस सरकार में लोग यह सोचते हैं कि कोई भी गड़बड़ी होने पर तात्कालिक रुप से उसका निपटारा किया जाएगा  किन्तु या तो प्रशासन द्वारा इसकी उपलब्धता नहीं कराई जा रही है या फिर कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों से इधर उधर भाग रहे हैं। सच्चाई कुछ भी हो लेकिन इन सब के पीछे आम जनता को जान - माल से हाथ धोना पड़ता है। जिस के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं होता। प्राइवेट स्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी कभी-कभी मौत का सामना करना पड़ता है और उनके परिवार उजड़ जाते हैं । एक अन्य गाँव समोधपुर में भी लोहे का खंबा, बाजार में बीच खड़ंजे पर लगा हुआ है जो श्री रानू सिंह (पूर्व जिला पंचायत सदस्य)के घर के पीछे है, जिसका जमीन से जुड़ा भाग  बिल्कुल सड़ चुका है। जो थोड़ा बहुत बचा हुआ है ,निश्चित रूप से आंधी आने पर वह किसी भी तरफ टूट कर गिर सकता है ।ऐसी चीजों की प्रशासन को या तो कोई जानकारी नहीं देता या कर्मचारी इन सब चीजों की  देखभाल नहीं करते। दुखद बात यह है कि खम्बा रास्ते के बीच में लगा हुआ है अक्सर लोग उसमें टकराते भी हैं लेकिन फिर भी उसको हटाने की कोशिश नहीं की गई ।इस तरह की लापरवाही को निश्चित रूप से सही नहीं कहा जा सकता। इससे पूर्व क्षेत्र में अलगअलग स्थानों पर स्टे राड में करंट आने से  कई मवेशी मर  चुके हैं । कुछ लोगों की भी जाने जा चुकी हैं लेकिन फिर भी विभागीय लापरवाही का ये आलम है। 
विद्युत आपूर्ति का क्षेत्र में तो इस समय बेहद बुरा हाल है। इस खराब आपूर्ति में पुराने जर्जर तारों का महत्वपूर्ण योगदान है जिसकी लोग हमेशा चर्चा करते हैं। कहीं कहीं पर हाइ टेंशन तार इतना नीचे तक लटके हुए हैं कि अगर भूल से किसी व्यक्ति ने हाथ ऊपर किया तो उसको कोई बचा नहीं सकता। पुराने लोहे के खंभों में करंट आने से कई बार कई मवेशी मर भी चुके हैं। समस्याओं का इतना अम्बार है किन्तु विद्युत विभाग पूरी तरह बेखबर । सारी व्यवस्था भगवान भरोसे ही चल रही है।
       प्रशासन को ऐसे मामलों में ढिलाई नहीं करते हुए, तुरन्त सक्रियता के साथ व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने का प्रयास करना चाहिये जिससे किसी अनहोनी की संभावना को टाला जा सके।

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