कैमरे में कैद यादे होती है धुंधली

वैज्ञानिकों का कहना है कि किसी पल को यादगार बनाने की खातिर इंस्टाग्राम या स्नैपचैट के लिए तस्वीरें लेना नुकसानदेह हो सकता है। उनका कहना है कि तस्वीरें लेने से उस पल से जुड़ी लोगों की यादें क्षीण हो जाती हैं। सैंटा क्रूज में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की शोध छात्रा जूलिया सोर्स ने बताया कि लोगों का मानना है कि तस्वीरें लेने से उन्हें किसी चीज को बेहतर तरीके से याद रखने में मदद मिलती है, लेकिन होता ठीक इसके उलट है।  

कई प्रयोगों के तहत शोधकर्ताओं ने लोगों को एक आभासी संग्रहालय की सैर कराई जहां उन्होंने कंप्यूटर स्क्रीनों पर पेंटिंगें देखी। उस वक्त उन्हें पता था कि उन्होंने जो चीजें देखी हैं उस बारे में उनकी परीक्षा ली जाएगी। शोधकर्ताओं ने तीन स्थितियों के बाद तुलना की कि किन प्रतिभागियों को पेंटिंग से जुड़ी चीजें कितना याद है। तीन स्थितियों में एक तो यह थी जब उन्होंने सिर्फ तस्वीरें देखीं, दूसरी स्थिति थी कि जब उन्होंने पेंटिंग देखी और कैमरा फोन से उनकी तस्वीरें ली। तीसरी स्थिति यह थी कि जब उन्होंने स्नैपचैट का इस्तेमाल कर तस्वीरें ली। तस्वीरें लेने वालों का प्रदर्शन लगातार खराब होता गया। लेकिन जिन्होंने तस्वीरें नहीं ली थी उन्हें चीजें बेहतर याद रहीं। 

रिपोर्टर

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