आस्था का केंद्र सदानंद आश्रम पर चला बुलडोजर, विहिप-बजरंग दल ने घंटों रोका राजमार्ग

पालघर ।। जिले के वसई परिक्षेत्र के पूर्व में वनविभाग के पहाड़ी जगह पर बने बालयोगी संतश्री सदानंद महराज के आश्रम को आखिर वनविभाग के अधिकारियों ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के आधार पर भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच गुरुवार को बुलडोजर चला दिया।

धार्मिक आस्था से जुड़े एवं मान्यताओं को लेकर लाखों हिन्दूओं के भावनात्मक लगाव से जुड़े आश्रम को टूटते देख विहिप-बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं समेत आसपास के लोगों ने माननीय न्यायालय से पुर्नविचार की मांग करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग मुंबई अहमदाबाद 8 को घंटों जाम करते हुए रोष प्रकट किया। बाद में मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिसकर्मियों एवं अधिकारियों ने उन्हें सांत्वना देते हुए घंटों बंद सी पड़ी राजमार्ग की किलोमीटर की दोनों तरफ के रास्ते को खुलवाया। अब भी आश्रम के आसपास स्थिति के तनाव पूर्ण होने को लेकर धारा 144 लागू है। समूचे जिले में आश्रम पर हुई तोड़क कार्यवाही से धार्मिक आस्थावान लोग जगह जगह रोष स्वरूप विरोध प्रर्दशन कर रहे है।

●1883 में पुर्व मुख्यमंत्री ने दी है आश्रम हेतु स्वीकृति●

एक जानकारी के मुताबिक कंर्जवेशन एक्शन ट्रस्ट से जुड़े कार्यकर्ता देवी गोयंका की ओर से सर्वोच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करते हुए वसई पूर्व तुंगारेश्वर पहाड़ी पर बने  सदानंद आश्रम को वन विभाग के जगह बताते हुए अवैध निर्माण के रुप में जमींदोज करने की मांग की गयी थीं। एक पक्ष यह भी बताता है कि 1971 में बाल योगी सदानंद जी महराज इन पहाडियों पर आकर रहने लगे थे। जहां उनके अनुआइयों ने पूजनपाठ सहमति धर्मसंसद के लिए आश्रम की व्यवस्था तैयार की।1983 में स्थानिकों एवं धार्मिक लोगों ने तत्कालीन मुख्यंमत्री वसंत दादा पाटिल से आग्रह कर धर्म स्थान को लेकर आश्रम हेतु जगह की मांग की। बताते है कि मुख्यमंत्री जी ने धार्मिक आस्था को मानकर69 गु़ठा जगह आश्रम को सुर्पुद कर दी थी।

विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का बड़ा जत्था न्यायालय के इस फैसले पर पुर्नविचार को लेकर तोड़क कार्यवाही यथास्थिति तक बंद रखने को लेकर बजरंग दल के जिला संयोजक चंदन सिंह,जिलामंत्री सुशील शहा,विहिप प्रमुख मुकेश दुबे के नेत्रृत्व में रोष जाहिर करते हुए राजमार्ग पर खड़े हो गये।

◆हिरासत मे लिए गये विहिप एवं बजरंग दल के कार्यकर्ता◆

मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने बजरंग दल के कुछ लोगों को हिरासत में लिया है ताकि शांति बहाल रहे।

■बजरंग दल प्रवक्ता ने की आस्था के विषय पर पुर्नविचार की मांग■

बजरंग दल के प्रवक्ता मनोज मिश्रा ने मीडिया को बताया है कि यह हिन्दू आस्था का विषय है।हम शांतिपूर्ण तरिके से माननीय न्यायालय से पुर्नविचार का आग्रह लेकर अपना रोष प्रकट कर रहे है।जिससें हमारी आवाज़ शासन तक पहुंचे और न्यायालय पुर्नविचार करे।

रिपोर्टर

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