ग्राम सचिवों का बगावती तेवर अधिकारियों के ग्रुप से अपने को किया अलग

वरिष्ठ पत्रकार डॉ. गदेला की रिपोर्ट

जौनपुर ग्राम पंचायत और ग्राम  विकास अधिकारियों ने 30 अगस्त को कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित ध्यानाकर्षण दिवस में जहां अपने बगावती तेवर दिखाये और जमकर अपनी मांगों के समर्थन में भड़ास निकाली वही विरोधस्वरूप अपने मोबाइल फोन से अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप से हट गए। ज्ञातव्य है कि मुख्य विकास अधिकारी से लेकर खंड विकास अधिकारियों तक को मिला है सरकारी सीयूजी सिम,ग्राम पंचायत सचिवों को अपने व्यक्तिगत एंड्राइड मोबाइल, सिम,डाटा आदि का प्रयोग करके सरकारी आदेशों का पालन करना पड़ता है।सचिवों की मांग है कि कार्य में गति देने हेतु जिला प्रशासन को पहले ग्रामीण सचिवों को एंड्राइड फोन एवं प्रासंगिक मोबाइल भत्ता देने की व्यवस्था करनी चाहिए इसके बाद ही इंटरनेट की गति से कार्य करने की अपेक्षा।उपरोक्त के संबंध में पूछे जाने पर ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार सिंह व ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉक्टर फूलचंद कनौजिया 

ने संयुक्त रूप से बताया कि सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप से अपने को लेफ्ट करना भी अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारियों के समक्ष ध्यानाकर्षण का एक माध्यम है हम फील्ड वर्कर हैं अकस्मात हमें आदेश निर्देश दे दिया जाता है जिसके चलते हम समय पर जिस कार्य को करना है उसे संपादित करने में  असहज महसूस करते हैं, जबकि उच्चाधिकारियों को  समस्त कार्य  समयबद्धता  के साथ पूर्ण मिलना चाहिए। अतः सरकारी व्हाट्सएप ग्रुपों का बहिष्कार तब तक जारी रहेगा जब तक जनपदस्तरीय हमारी न्यायोचित मांगों को माना नहीं जाएगा।अब हम किसी भी आदेश निर्देश का पालन व्हाट्सएप से नहीं अधिकारियों के पत्राचार और उचित माध्यम से अवगत होने के बाद ही करेंगे।

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