ब्लाक कर्मचारियों की लापरवाही से नहीं मिल रहा प्रधानमंत्री ग्रामीणआवास का पैसा

गरीब के नाम पर होती है केवल राजनीति    

सुइथाकला, जौनपुर।  जौनपुर जंनपद के  सुइथाकला ब्लाक के समोधपुर गाँव के निवासी रमेश विश्वकर्मा पुत्र बलई विश्वकर्मा को प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास का प्रमाण पत्र तो प्राप्त हो गया पर आवास बनने के लिये अभी तक फूटी कौड़ी भी प्राप्त नहीं हुई जबकि ब्लॉक कर्मचारी उसके एकाउंट में चालीस हजार रुपए की पहली किस्त भेजे जाने की बात कह रहे हैं। रमेश पिछले 10 महीनों से काफी हैरान हैं  कि उसके एकाउंट में पैसे क्यों नहीं आए । ब्लाक कर्मचारियों से बताने पर वो लोग बार बार उसका एकाउंट स्टेटमेंट माँग रहे हैं जिसको देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। सरकार की योजना तो  सराहनीय है लेकिन जब लाभार्थी को लाभ न मिले तो योजना से क्या लाभ ? इस सम्बंध में ग्राम सचिव से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने अपना मोबाइल ऑफ कर दिया। रमेश को आवास न मिल पाने का दुख तो है ही, साथ ही साथ सरकार की ओर से दिये गए फर्जी प्रमाणपत्र से होने वाले अपने सामाजिक उपहास का भी दुख है। 

  क्या लोकतंत्र में यह किसी गरीब का मजाक उड़ाना नहीं है ? यदि ऐसा नहीं है तो निश्चित रूप से किसी अकुशल कर्मचारी के कार्य के परिणामस्वरूप नुकसान एक पात्र लाभार्थी को  मिल रहा है। सबसे अधिक दुखद बात तो यह है कि इतने लंबे समय से अभी तक भी विभाग पूरी तरह से लापरवाह बना हुवा है। 

 निश्चित रूप से यह कहा जा सकता है कि कर्मचारियों में कानून या सरकार का कोई भय नहीं है और यह लोकतंत्र के लिये शुभ संकेत नहीं है।

रिपोर्टर

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