उत्तर प्रदेश का लाॅ एन्ड आर्डर बद से बदतर, जनता त्रस्त- अपराधी मस्त - सरकार पस्त - नाहिद लॉरी

रिपोर्ट-हैदर संजरी 

भदोही ।। पूर्व सदस्य उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं पूर्व प्रवक्ता समाजवादी पार्टी नाहिद लॉरी ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में लाॅ एन्ड आर्डर बद से बदतर है। राजधानी लखनऊ की स्थिति अतयंत चिन्ताजनक है लगभग रोज़ गोली चलने की घटना होती है। आम जनता सड़कों पर चलने में अपने को असुरक्षित महसूस करती है कब किसको गोली लग जाए मालूम नहीं। अक्सर देखने में आ रहा है कि सड़कों पर आवागमन कम हो रहा है। पुलिस के बड़े अधिकारियों ने डीजीपी साहब को बताया कि गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अपराध की घटनाओं में कमी आई है। बिल्कुल ग़लत इसी महीने में अब तक लखनऊ में गोली चलने की लगभग 20-25 घटनाएं हो चुकी हैं। डीजीपी साहब अधिकारियों से कह रहे हैं कि राजधानी में जब इतनी  ज्यादा अपराधिक घटनाएं होंगी तो पूरे प्रदेश में क्या संदेश जाएगा?डीजीपी साहब पूरे प्रदेश में डकैती,छिनौती,माॅब लिनचिंग, मर्डर, रेप, छेड़छाड़ आदि  की घटनाएं बड़े भारी तादाद में पूरे प्रदेश में हो रही हैं। मैं केवल एक मामला जो माननीय उच्चतम न्यायालय के सामने आया ,जो आकड़ा उत्तर प्रदेश का 1जनवरी-30 जून 2019 तक सामने आया कि बच्चियों के साथ दुष्कर्म के 3457 केस रजिस्टर्ड हुए हैं जिसमें पूरे देश में उत्तर प्रदेश एक नंबर पर है। उत्तर प्रदेश में माॅब लिनचिंग में पुलिस इंसपेकटर तक को मार दिया जा रहा है, बुलंदशहर में भाजपा के अनेकों संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दिन दहाड़े पुलिस इंसपेकटर श्री सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी इन असमाजिक तत्वों पर अन्य धाराओं के अतिरिक्त देशद्रोह की धारा भी लगी हुई है माननीय न्यायालय में सरकार की लचर व कमजोर पैरवी के कारण ये अपराधी ज़मानत पर छूट गए ,योगी जी व उनकी सरकार ग़लत कहती है कि लाॅ एन्ड आर्डर दुरुस्त है जबकि डीजीपी साहब अपनी बैठक में स्वीकार रहे हैं कि राजधानी में लाॅ एन्ड आर्डर खराब है और इसका संदेश पूरे उत्तर प्रदेश में ख़राब जाएगा,डीजीपी साहब पूरे प्रदेश की हालत तो और खराब है। तो ये जो इतनी बड़ी संख्या में घटनाएं हो रही हैं प्रदेश में, ये सब घटनाएं भले लोग कर रहे हैं क्या ?योगी जी आप मानें कि आप सरकार चलाने में असफल हैं प्रदेश में लोगों की जानो माल की सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं,सरकार का इकबाल नहीं रहा,जब सरकार का इकबाल नहीं रहा तो पुलिस का इकबाल कहाँ रह सकता है,सरकारें इकबाल से चला करती हैं। योगी जी आप मानें कि अपराधी स्वतंत्र रूप से सड़कों पर फिर रहे हैं तभी तो निरंतर दिन दहाड़े भी घटनाएं हो रही हैं ,प्रदेश की स्थिति ये है कि जनता त्रस्त है अपराधी मस्त है और सरकार पस्त है ।

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