बस याद है! उद्योजक विरेंद्र बहादुर सिंह नही रहे

पालघर ।। औद्योगिक शहर बोईसर में समाजसेवी लोगों में जाने माने सहज एवं मिलनसार,कर्मठ,साफ छबि वाले उद्योजक विरेंद्र बहादुर सिंह का शनिवार देर रात हृदयाघात के कारण स्वर्ग वाश हो गया। वे 65 वर्ष के आज भी काफी तरोताजा बेहद स्वास्थय के प्रति सचेष्ट रहे।

       ◆स्तब्ध है औद्योगिक शहर के उत्तर भारतीय समाज◆

परिवार एवं संबंधिओं से मिल रही जानकारी के मुताबिक रात को अचानक सीने में दर्द होने पर स्थानिय त़ुंगा अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दी। परिवार में तीन बेटे-बहुएं, दो बेटियों के साथ नाती पोते से भरापूरा परिवार छोड़ गये है। लेकिन बस याद सब याद है।

     ●मोक्षधाम खैरापाड़ा में ज्येष्ठ सुपुत्र विकास ने दी मुखाग्नि●

रविवार सुबह पूरे धार्मिक रीतिरिवाजों से उनके निवास स्थान त्रिवेदी नगर से निकले अंतिम यात्रा में बड़े संख्या में पूरे शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग इकट्ठे हुए। मोक्षधाम खैरापाड़ा में ज्येष्ठ सुपुत्र विकास स़िंह ने परंपरा के मुताबिक मुखाग्नि देकर नम आँखो से पिता की विदाई दी। वे धीरे-धीरे पंचतत्व में विलीन हो गये।उपस्थित जनसमूह की ओर से शोकश्रद्धांजलि के साथ पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाकर शोक संवेदना प्रकट की गयीं।

रिपोर्टर

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