प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराये जाने हेतु सभी अधिकारी समन्वय के साथ करें कार्य-मण्डलायुक्त

देवरिया ।। जून मण्डलायुक्त गोरखपुर जयंत नार्लिकर ने अधिक से अधिक रोजगार सृजित करने व प्रवासी श्रमिकों सहित अन्य सभी जरुरमंदों को रोजगार मुहैया कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होने यह भी कहा है कि बैकों सहित सभी विभाग लाभार्थीपरक योजनाओं के लिये जनमानस की सुविधा के दृष्टिगत अपने कार्यालय में समय व दिवस योजनावार निर्धारित करते हुए उनकी समस्याओं के सामाधान हेतु नोडल अधिकारी भी नामित करना सुनिश्चित करे, ताकि जरुरमंदों को अपने कार्यो को लेकर बार-बार दौड न लगाना पडे। उन्होने रोजगार सृजन व आय वृद्धि के लिए संबंधित विभागो को आपसी समन्वय के साथ कार्य किये जाने पर बल देते हुए अधिकारियों को आगाह किया कि इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नही की जायेगी।

आयुक्त श्री नार्लिकर विकास भवन के गांधी सभागार में रोजगार सृजन एवं कोविड-19 से जुडे कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने श्रमिकों के आयवृद्धि की समीक्षा के दौरान कहा कि बैकों को रोल इस कार्य में अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है। उन्होने उपायुक्त उद्योग को बैंकों से समन्वय बनाते हुए रोजगार सृजन से जुडे सभी संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन कराये जाने तथा उससे लोगो को लाभान्वित किये जाने को कहा। साथ ही योजनाओं से जुडे आवेदनों का त्वरित निस्तारण बैंकों को किये जाने का निर्देश दिया। मनरेगा के तहत कार्य परियोंजनाओं का चयन करते समय उसके क्वालिटी पर विशेष ध्यान देने को उन्होने कहा। जिन विभागो द्वारा कनवर्जन डिमाण्ड अभी तक नही किया गया है, उसे त्वरित रुप में किये जाने को कहा। जनपदीय सीमा गोरखपुर से इधर फोरलेन के निर्माण की धीमी प्रगति पर कडी नाराजगी व्यक्त की तथा कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग को इसमें तेजी लाये जाने का सख्त निर्देश दिया।

वृक्षारोपण कार्य की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि जिन विभागो द्वारा गढडो की तैयारी न की गयी हो, उसे तीन दिन के अन्दर पूर्ण करा लें। उन्होने आरसेटी के तहत अधिक से अधिक प्रशिक्षण कराये जाने, प्रधानमंत्री मृदा योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, कौशल विकास योजना, पशुपालन, उद्यान, कृषि, मनरेगा, एन0आर0एल0एम0, दुग्ध विकास आदि के तहत संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा की तथा निर्देश दिया कि अधिक से अधिक रोजगार का अवसर चिन्हाकित करे और उससे जरुरमंदों को जोडे। उन्होने स्ट्रीट वेन्डरों को 10 हजार रुपये के ऋण स्वीकृति की योजना में और सक्रियता लाये जाने का निर्देश परियोजना अधिकारी डूडा को दिया।

नार्लिकर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय योजनाओं की लक्ष्य पूर्ति जल्द से जल्द सुनिश्चित करें एवं मनरेगा, एन0आर0एल0एम0 व अन्य योजनाओ में समन्वयक रखते हुए कुछ ऐसी योजना लायें, जिससे रोजगार का अवसर बढे, इसके लिये सभी अधिकारी कार्य करें। बाहर से आये हुए हर श्रमिक को रोजगार निष्पक्षता व पात्रता के अनुसार उपलब्ध कराये, इसमें यदि किसी प्रकार की कोई दिक्कत आये तो मुझे या जिलाधिकारी को अवगत करायें। उन्होने एल0डी0एम0 को निर्देश दिया कि यदि कोई लोन के लिये एप्लाई किया है, और वह आनलाईन स्टेट्स देखना चाहता है, तो इसके लिये व्यवस्था बनायें, ताकि वह अपनी आवेदन की प्रगति आनलाईन ही देख सके।

आयुक्त श्री नार्लिकर कोविड-19 के कार्यो की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि निगरानी समिति के कार्यो का पुर्नअवलोकन किया जाये। हर आशा को आॅक्सीमीटर और रेड इन्फ्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध करायें और यह सुनिश्चित किया जाये कि बुजुर्ग और बीमार लोगो की स्क्रिनिंग प्राथमिकता के साथ उनके माध्यम से हो। उन्होने सभी विभागो को अनिवार्य रुप से कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना अपने कार्यालयों में 5 जुलाई तक किये जाने का निर्देश दिया। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को सेम्पल भेजे जाने को और सुचारु बनाये जाने को कहा।

बैठक में जिलाधिकारी अमित किशोर, पुलिस अधीक्षक डा0श्रीपति मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी शिव शरणप्पा जी0एन0, प्रशिक्षु आई0ए0एस0 सुमित यादव, अपर निदेशक स्वास्थ्य जी0एम0 त्रिपाठी, जे0डी0सी0, सी0एम0ओ0 डा0आलोक पाण्डेय, ए0डी0एम0 प्रशासन राकेश कुमार पटेल, अपर पुलिस अधीक्षक शिष्यपाल सिंह, एस0डी0एम0 सदर दिनेश कुमार मिश्र, एस0डी0एम0 रुद्रपुर संजीव कुमार उपाध्याय, सी0एम0एस0 डा0 छोटेलाल, ए0सी0एम0ओं0 डा0 डी0वी0शाही, डा0 सुरेन्द्र सिंह, एल0डी0एम0 राकेश श्रीवास्तव, पी0डी0, डी0सी0मनरेगा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित अन्य विभागो के अधिकारी गण आदि उपस्थित रहें।

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