मेडिकल कालेज के हास्टल में एकांतवास में हैं जूनियर डाक्टर व चिकित्सकीय कर्मी 

अम्बेडकरनगर ।। राजकीय मेडिकल कालेज अम्बेडकरनगर में कोविड -19 की ड्यूटी कर रहे चिकित्सकों व कर्मचारियों द्वारा शनिवार की दोपहर एक बार फिर हंगामा किया गया। भोजन व्यवस्था में कमी व लापरवाही बरते जाने की शिकायतों को लेकर बीते एक पखवारे में यह दूसरा हंगामा है। जूनियर चिकित्सकों व कर्मचारियों द्वारा किये गये हंगामे के कारण मेडिकल कालेज में अफरा-तफरी मच गयी। जानकारी मिलते ही वार्डन व भोजन प्रभारी मौके पर पंहुचे तथा स्थिति को नियंत्रित किया। गौरतलब है कि राजकीय मेडिकल कालेज को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए लेबल -2 का दर्जा दिया गया है। यहां पर लक्षण वाले मरीजों को भर्ती किया जाता है। इन मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सकों व चिकित्सकीय कर्मियों को मेडिकल कालेज परिसर में बने हास्टल में ही एकांतवास में रखा जाता है। शनिवार को दोपहर में जब इन्हें भोजन दिया गया तो उसमें दाल बासी थी तथा रोटी जली हुई थी। जूनियर डाक्टरों व कर्मचारियों ने खराब भोजन परोसे जाने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया जिससे हड़कम्प मच गया। मौके पर पंहुचे हास्टल के वार्डेन व खाद्य प्रभारी ने किसी तरह मामले को शांत किया। इसके पूर्व भी यहां पर भोजन में काकरोच मिलने को लेकर हंगामा हो चुका है। इसी के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मेडिकल कालेज में जाकर भोजन की गुणवत्ता की जांच की थी। एकलब्य स्टेडियम में बने एल-1 सेन्टर में भी भोजन में कीड़ा मिलने की बात सामने आ चुकी है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने एकांतवास में रहने वाले चिकित्सकों व चिकित्सकीय कर्मियों के भोजन को लेकर भारी भरकम बजट आवंटित कर रखा है लेकिन प्रशासन लूट -खसोट की नीति के कारण गुणवत्ता के साथ मजाक कर रहा है। इस सम्बन्ध में मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. पीके सिंह ने कहा कि शिकायत मिली है जिसकी जांच की जा रही है।

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