जिलाधिकारी ने की वैक्सिनेशन एवं नियमित टीकाकरण की समीक्षा, स्वास्थ्य विभाग के कसें पेंच

देवरिया ।। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन कलक्ट्रेट सभागार में वैक्सीनेशन एवं नियमित टीकाकरण की समीक्षा में सख्त तेवर में रहे। उन्होने स्वास्थ्य विभाग का जम कर क्लास लिया व पेंच कसें। उन्होने इस दौरान रामपुर कारखाना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के एमओआईसी का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने का निर्देश दिया, वहीं बरहज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की ए एन एम को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किये जाने का भी निर्देश दिया। उन्होने आगाह करते हुए कहा कि कार्यो में शिथिलता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नही की जायेगी। ऐसे लापरवाह व शिथिल कर्मियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होने निर्देश देते हुए यह भी कहा कि  स्वास्थ्य विभाग से जुडे अधिकारी, कर्मचारी अपने कार्यो में सुधार के साथ सक्रियता व तत्परता लाना अनिवार्य रुप से सुनिश्चित करें।  

        जिलाधिकारी श्री निरंजन ने नियमित टीकाकरण में रामपुर कारखाना प्रभारी चिकित्साधिकारी का कार्य सन्तोषजनक नही पाये जाने पर उनका वेतन रोकने के निर्देश के साथ टीकाकरण के लिये कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने व कार्यो में सुधार लाये जाने के निर्देश दिये। समीक्षा में बताया गया कि बरहज स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात एएनएम द्वारा कार्यो में कोई रुचि नही लिया जाता है, जिस पर जिलाधिकारी ने कडी नाराजगी जताई और उन्हे निलम्बित करने का निर्देश सीएमओ को दिया। उन्होने टीकाकरण कार्य का पर्वेक्षण हेतु लगाये गये सुपरवाइजरो को भी आगाह किया। कहा कि वे प्रभावी तरीके से टीकाकरण कार्य का सुपरविजन सुश्चित करें, अन्यथा उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी।

        जिलाधिकारी ने गौरी बाजार में वैक्सीनेशन का कार्य विलम्ब से शुरु होने पर संबंधित प्रभारी चिकित्साधिकारी से पुछताछ किये। बताया गया कि वैक्सिनेटर के बिलम्ब से आने के कारण वैक्सीनेशन कार्य देरी से शुरु हुआ, इस पर जिलाधिकारी ने कडी फटकार लगायी कहा कि ऐसी स्थिति भी क्षम्य नही की जा सकती है। उन्होने सभी कार्मिकों को सचेत करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि जो भी कर्मी अपने ड्यूटी पर समय से न आये तो उसका वेतन रोकें। उन्होने व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किये जाने का भी निर्देश दिया।

          जिलाधिकारी ने कोविड-19 के सेम्पलिंग व वैक्सिनेशन कार्य की समीक्षा के दौरान कहा कि कल से सेम्पलिंग का कार्य प्रातः 8 बजे से हर हाल में शुरु होनी चाहिये। सारी फीडिंग प्रति दिन शतप्रतिशत सुनिश्चित होनी चाहिये। प्रभारी चिकित्साधिकारियों की जिम्मेदारी है कि सेम्पलिंग कार्य का विजिट कर इसे सुगम तरीके से सुनिश्चित करायें। उन्होने यह भी कहा कि ओपीडी के तहत जिस मरीज में कोरोना के सामान्य लक्षण दिखें, उनकी सेम्पलिंग अवश्य ही करायें। उन्होने यह भी कहा कि कोरोना के जो भी एक्टिव केस है, उनके फोन नम्बरों पर सम्पर्क कर वास्तविक जानकारी अवश्य ही की जाये।  मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि 4 अपर मुख्य चिकित्साधिकारी तथा 2 डिप्टी सीएमओ है, इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि औचित्यपूर्ण कार्य विभाजन सभी में होना चाहिये।  

        बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सोनकर, मुख्य चिकित्साधिकारी डा आलोक पाण्डेय, एसीएमओ डा सुरेन्द्र सिंह, डा संजय चन्द्र, डब्लूएचओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि गण, डीएसओ विनय कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी रामपाल यादव, डीपीआरओ आनंद प्रकाश, डीपीएम पूनम, प्रभारी चिकित्साधिकारी गण व अन्य संबंधित अधिकारी गण आदि उपस्थित रहे।

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