भिवंडी के हर गल्ली, मोहल्ले से युट्युबर न्युज का संचालन !

चुनाव पूर्व बिगड़ सकता है शहर का कानून व शांति व्यवस्था !

भिवंडी।। भिवंडी निजामपुरा शहर महानगर का चुनाव आगामी 2022 के मई माह के अतंराल तक होने के कयास राजनीतिक जानकरों द्वारा लगाऐ जा रहे है.जिसके कारण शहर की गलियों सहित मोहल्ला व नुक्कड़ की चाय टपरियों पर चुनावी बाजार लगने शुरू हो चुके है.इन चुनावी बाजार में अम्मन से जुम्मन तक दो, चार का पैनल अथवा सिंगल उम्मीदवार का चुनाव होने की बात करते हुए दिखाई पड़ रहे है.चुनाव आते देख नेता भी दल बदल की तैयारियां शुरू कर दी है.चुनाव में जीत का लालसा पाले नेता एक दूसरे की टांग खींचकर महानगर पालिका का मलाई खाने के लिए बेताब है.ऐसे दल बदल नेता अब सोशल मीडिया को अपना नया हथियार बना लिया है.दूसरे खेमे में बंदर की तरह गुलाटी मारने के पहले इन्हें मीडिया ‌की‌ जरूरत पड़ती है.जिसके कारण शहर में चल रहे सोशल मीडिया न्युज चैनलों की मांग भी बढ़ गयी है.दल बदल करने के पहले यही नेता सोशल न्युज चैनलों पर एक दूसरे के खिलाफ कीचड़ उछालते देखे जा सकते है.जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे इनकी ज़बान से कटाक्ष भाषा भी निकलना शुरू हो चुका है.लक्ष्मी दर्शन की लालसा पाले सोशल नेटवर्किंग मीडिया के स्वयं घोषित पत्रकार इनकी‌ लार टपकती‌ ज़बान से हर निकले शब्द को दिखाने से परहेज नहीं करते है।
‌‌‌‌         बतादे कि 90 सीटों वाली महानगर पालिका में लगभग 900 लोग चुनाव की तैयारी में जुटे हुए है.जिसके कारण सोशल मीडिया के स्वयं घोषित पत्रकार लोहा पीटने से लेकर मुर्गी व अंडे की फुटकर बिक्री करने तथा शौचालय में पानी मारने वाले सहित सरकारी राशन दुकानो पर अनाज वजन करने वालो को भी पत्रकार बना रहे है.क्योंकि आने वाले समय में दिहाडी मजदूरी करने वाले मजदूर भी रैलियों के रेला के कारण रोजगार सहित मधुशाला से वंचित नहीं रहेगें.जिसके कारण इन्हें पत्रकार मिलना मुश्किल हो सकता है.इसलिए स्वयं घोषित पत्रकारों द्वारा पत्रकार बनाने की प्रकिया में तेजी आयी है।
   आगामी चुनाव की तैयारी कर रहे दल बदल नेता भी अम्मन व जुम्मन से युट्युबर न्युज का संचालन करवाने के लिए बकायदे टीम तैयार कर रखी हुई है.इस टीम द्वारा फेसबुक और वाट्शाप‌ के ग्रुपों में फारवर्ड किये गये विडियो न्युज में आऐ दिन गला फाड़ फाड़ कर अपने वार्डो की विकास गाथा का बखान करते दिखाई पड़ने वाले कार्यसम्राट नेता अपने ज़बान से दूसरी की जमकर कीचड़ की बरसात करते हुए दिखाई पड़ते है.किन्तु आश्चर्य की बात तब होती है जब वार्डो में 10 वर्षों से सत्ता पर काबिज़ तथा नाग की तरह कुंडली मार कर बैठे इन नेताओं की सत्ता होने के बावजूद वार्ड में कचरा ,टूटी फूटी नालियों से बहता गंदा पानी, उबड़ खाबड़ सड़कें,बारिश में परिसर तलाब अथवा स्विमिंग पुल में तब्दील‌ हो जाता है जिसकी खबर व सच्चाई दिखाना भी कभी कभी इन सोशल मीडिया के स्वयं घोषित पत्रकारों को भारी पड़ जाता है.फर्जी पत्रकारिता कर रहे सोशल मीडिया के पत्रकार डर कर वापस इन्ही के गोद में जा कर बैठ जाते है.इनके कारण पत्रकारिता कर रहे स्वाभिमानी व सच्चे पत्रकारों की गरिमा भी खराब होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.फिलहाल सोशल नेटवर्किंग पर स्वयं घोषित पत्रकार अज्ञानी,शिक्षाविहीन होने के साथ लक्ष्मी दर्शन का उम्मीद होने के कारण कुछ भी दिखाने में परहेज नहीं करते है.जिसके कारण शहर के कानून व शांति व्यवस्था खराब होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.ऐसे स्वयं घोषित युट्युबर न्युज चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भिवंडी पत्रकार संगठनों ने कई बार पुलिस उपायुक्त से मुलाकात कर निवेदन सौंपा है.किन्तु आश्चर्य की बात तब होती है जब पुलिस भी ऐसे ही पत्रकारों को बुलाकर नागरिकों सहित आला अधिकारियों के बीच अपनी वाहवाही लूट लेती है।

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