झारखंड का सांस्कृतिक पर्व करमा का जोरों शोरों से उत्साह

रिपोर्टर विनय कुमार

प्रकृति का पर्व करमा का धूमधाम  से हुवा सम्पन्न देवीपुर, केंदुआ,कोल्हड़ीया,पेसारपुर,मटकिया,झुमरबाद,भोजपुर,गिधेया, भैयारियादिह,हुसैनाबाद, आदि गाओं में  आठ दिनों से चलने वाले पर्व को लेकर ग्रामीण इलाकों में काफी उत्साह देखा गया वहीं गाजे - बाजे भी काफी संख्या में बुक रहे आठ से दस दिनों पहले से ही लड़कियों और महिलाओं द्वारा जोरदार तैयारियां की गई ,वहीं शुक्रवार शाम सभी भाइयों ने अपने बहनों के लिए कर्म का डाल लाएं और लड़कियों और महिलाओं ने पूजा की ओर कर्म की कथाएँ भी सुनी वहीं महिलाओं ने डीजे के गानों पे डांस, भी किया और पारंपरिक लोक गीत गाई, बहनों ने भाइयों को माला दिया वहीं भाइयों ने बहनों के कमर में खीरे से मारते हुवे केकर कर्म केकर धर्म कहा वहीं लड़कियों और महिलाओं ने हमर करम भाई का धर्म कहा। साथ ही सबहिं ने एक दूसरे को सिंदूर भी लगाया और प्रसाद का वितरण किया। वहीं शनिवार के अहले सुबह करम डाल का लोक गीतों के साथ विदाई दी गईं ।

जा जा है करम गूंसे जा ससुरार है&&&

आजु करम गोसें &&&&& मौके पर भारी संख्या में पुरुषों ने भी आनंद लिया।

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