भालनेत्र हॉस्पिटल बना राज्य का पहला हॉस्पिटल

मुंबई: भांडुप का भालनेत्र सुपरस्पेशलिटी ऑय हॉस्पिटल बेहद ही कम समय में नेशनल अस्क्रेडिटेशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल ( एनएबीएच) की मान्यता प्राप्त करने वाला राज्य का पहला अस्पताल बन गया है। आमतौर पर एनएबीएच का सर्टिफिकेट अस्पतालों को सेवा शुरू करने के पांच से दस वर्ष बाद प्राप्त होता है। भालनेत्र हॉस्पिटल को यह सर्टिफिकेट केवल अस्पताल आरंभ करने के दो साल में ही मिल गया है। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. इंदीवर वी. मिश्रा के मुताबिक, उपचार की उच्च गुणवत्ता के साथ ही पेपर वर्क की बदौलत उनको दो साल में ही सर्टिफिकेट मिल गया है। इस सर्टिफिकेट का मतलब अस्पताल में मरीजों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध है। 

डॉ.इंदीवर के मुताबिक, अस्पताल में बीते दो साल में एक हजार से अधिक छोटी बडी सर्जरी को अंजाम दिया गया है। ओपीडी में 16 हजार से अधिक मरीजों की जांच की गई है। आंख के मरीजों के लिए अस्पताल में विश्व की सबसे हाईटेक उपकरण रखे गए है। रेटिना जांच, आंख का सिटी स्कैन, रेटिना की फोटो लेने के लिए अस्पताल में विश्वस्तरीय मशीनों का इंतजाम किया गया है। तकनीक की मदद से अस्पताल में मरीजों की सर्जरी लेजर तकनीक से बगैर चीरफाड़ और दर्द मुक्त तरीके से की जाती है।

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