लोन रिकवरी एजेंट बने रिक्शा चोर 4 गिरफ्तार, 18 ऑटो रिक्शा बरामद
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Sep 23, 2023
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भिवंडी। पिछले कुछ महीनों में ठाणे, मुंबई, कल्याण, भिवंडी शहर सहित आसपास के अन्य शहरों से ऑटो रिक्शा, मोटरसाइकिल, मोटर कार चोरी होने की कई घटनाएं घटित हो रही थी। वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने सहित चोरों को गिरफ्तार करने के लिए ठाणे के पुलिस आयुक्त ने निर्देश दिये थे। तदुपरांत भिवंडी गुनाह शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन गायकवाड़ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने ऑटो रिक्शा चोरी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को हिरासत में लेकर उनके पास से लगभग 20 लाख रूपये कीमत के 18 ऑटो रिक्शा बरामद किया है। यही नहीं विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज 12 मामलों का भी खुलासा किया है। इस प्रकार की जानकारी गुन्हे शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त निलेश सोनावणे ने पत्रकार परिषद आयोजित कर दी है।
गुन्हे शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त निलेश सोनावणे ने बताया कि जहां से रिक्शा चोरी हुई थी। वहां से सीसीटीवी कैमरों के फुटेज तथा तकनीकी जांच के आधार पर पता चला कि रिक्शा चोरी करने वाले गिरोह के सदस्य रिक्शा बिक्री के लिए भिवंडी के नदीनाका परिसर में आ रहे है। इस सूचना के बाद भिवंडी गुन्हे शाखा की पुलिस ने नदीनाका परिसर में जाल बिछाकर ऑटो रिक्शा बिक्री करने आऐ रशीद यूनुस शेख (38) निवासी अंधेरी, सय्यद अली मोहम्मद अली शेख ( 38) निवासी मुंब्रा एहतेशाम अब्दुल समी सिद्धकी ( 42) निवासी मुंब्रा - कौसा तथा धुले शहर निवासी जमील अहमद मोहम्मद तय्यब अंसारी ( 35) को चोरी के ऑटो रिक्शा सहित गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनसे पूछताछ के दरमियान ओशिवरा पुलिस थाना क्षेत्र से चोरी किया एक ऑटो रिक्शा, जुहू पुलिस सीमा से चोरी किया गया 2 ऑटो,बांगर नगर पुलिस थाना मुंबई से एक,अंधेरी पुलिस थाना से एक, आरे पुलिस स्टेशन से एक,मुंब्रा पुलिस थाना से 04, भिवंडी शहर पुलिस थाना से एक तथा निज़ामपुरा पुलिस थाना परिसर से चोरी किया एक ऑटो रिक्शा चोरी के मामले में दर्ज कुल 12 मामलों का खुलासा किया है।
शुरूआत जांच में पता चला कि चार सदस्यों वाले ऑटो रिक्शा चोरों में से मुंब्रा निवासी सय्यद अली मोहम्मद अली शेख उर्फ मुन्ना और एहतेशाम अब्दुल समी सिद्दीकी पूर्व में लोन रिकवरी एजेन्ट के रूप में काम करते थे। लोन रिकवरी करने वाली कंपनी ने दोनों को काम पर से निकाल दिया। इस दरमियान इन्हें वाहन के लाॅक तोड़ने की पद्धति मालूम हो चुकी थी। लोन रिकवरी का काम छूटने के बाद दोनों मिलकर रिक्शा चोरी करने का धंधा शुरू कर दिया था और चोरी किया गया रिक्शा साथीदार जमील अहमद मोहम्मद तत्यब की मदद से धुले शहर में बिक्री कर रहे थे। इसके बाद से अन्य साथीदार की मदद से चोरी किये ऑटो रिक्शा को नंदुरबार, जलगांव, मालेगांव, धुले आदि शहरों में बिक्री करना शुरू कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन गायकवाड़ के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक विजय मोरे,प्रफुल्ल जाधव, श्रीराज माली, धनराज केदार, पुलिस उप निरीक्षक राजेन्द्र चौधरी, निसार,तडवी, हनुमंत वाघमारे सहायक पुलिस उप निरीक्षक रामचंद्र जाधव, रविंद पाटिल, राजेश शिंदे,पुलिस हवलदार सुनिल सालुंखे, देवानंद पाटिल, मंगेश शिर्के, रंगनाथ पाटिल, शाबीर शेख, किशोर थोरात, शशीकांत यादव, सचिन सालवी, वामन भोईर, राजेन्द्र राठोड, प्रकाश पाटिल, अमोल देसाई,महिला पुलिस हवलदार श्रेया खताल,माया डोंगरे, पुलिस नाईक सचिन जाधव, भावेश घरत,सचिन सोनावणे, उमेश ठाकुर, जालींदार सालुंके आदि ने गिरफ्तार चारों आरोपियों से ओशिवरा, जुहू, बांगुर नगर, अंधेरी,आरे, मुंब्रा भिवंडी शहर तथा निज़ामपुरा पुलिस थाना में दर्ज 12 मामलों का खुलासा किया है और 6 ऑटो रिक्शा कहां से चोरी हुई है इसके मूल मालिक कौन है इसकी तलाश भिवंडी गुन्हे शाखा पुलिस कर रही है। निलेश सोनावणे ने कहा कि ऑटो रिक्शा किसी के परिवार चलाने का जीविका के साधन होते है। किन्तु वही चोरी होने से कई परिवारों को भुखमरी का शिकार होना पड़ा । बहुत जल्द ही इनके मूल मालिकों का पताकर रिक्शा वापस दिया जायेगा।
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