पचोर में सड़कों पर उतरे किसान: भाव में 6 हजार की मांग को लेकर नारेबाजी तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन


पचोर । सोयाबीन के भाव में बढ़ोतरी की मांग को लेकर आसपास से बड़ी संख्या में ट्रेक्टरो में भरकर किसान पचोर पहुंचे। आंदोलन के चलते शहर की सड़कें घंटो जाम रही। किसान कांग्रेस के आव्हान पर किए जा रहे इस आंदोलन में नारे बाजी करते हुए तहसील पहुंचे और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। 

बुधवार को किसान कांग्रेस के आव्हान पर सोयाबीन के भाव को 6000 तक करने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन दोपहर 12 बजे से बोड़ा नाका से शुरू हुआ.  पचोर की सड़को पर इस दौरान जाम लगा रहा. किसानो का कहना है कि जब तक उन्हें सोयाबीन का भाव छह हजार रुपए क्विंटल नहीं मिलता वो अपनी उपज नहीं बेचेंगे। जिले के करीब 50 से अधिक गांवों में किसानों ने एकत्रित होकर ट्रेक्टरो में सवार होकर पहुंचे थे। किसानो ने सोयाबीन का दाम छह हजार प्रति क्विंटल किए जाने की मांग सरकार से की है।

लागत पांच हजार, भाव चार हजार

रैली में ही ट्रेक्टर पर सवार किसान नेताओं ने कहा कि किसानों को एक एकड़ में सोयाबीन की लागत 20 से 22 हजार रुपए प्रति एकड़ आ रही है, जबकि उत्पादन मात्र चार से छह क्विंटल निकल पाती है। इस हिसाब से किसानों को सोयाबीन की फसल में लागत भी नहीं निकल पा रही है। 

नारेबाजी करते हुए ट्रेक्टर रैली दोपहर 2 बजे बाद पचोर तहसील पहुंची जहां उन्होंने तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा। 

बेनर पर लिखा यह नारा 

किसानो ने जिस ट्रेक्टर को मंच बनाया उस ट्रेक्टर पर बैनर लगाया जिस पर लिखा था जितनी मेहनत 400 पार के लिए कर रहे थे, इतनी मेहनत अपने बाप की सोयाबीन 6000 पार बिके उसके लिए भी कर लो.

रिपोर्टर

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