भिवंडी चुनावी खेल में 'मामा' का धमाका। किसके साथ, किसके खिलाफ ?
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Nov 09, 2024
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क्या मामा की चाल बदल देगी समीकरण ?
भिवंडी। चुनाव का माहौल गरम है, लेकिन इस बार असली खेल भिवंडी में चल रहा है। जहां राकांपा (एनसीपी) के सांसद और सभी के चहेते 'मामा' का रुख एक पहेली बन गया है। मामा के समर्थन को लेकर सस्पेंस और भी गहरा हो गया है। क्योंकि जहां महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार दयानंद चोरघे को पार्टी ने मैदान में उतारा है, वहीं मामा समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रियाज आजमी के साथ नज़र आ रहे हैं।
चुनाव प्रचार के बीच मामा का रुख बेहद दिलचस्प मोड़ ले रहा है, जहां एक तरफ़ एनसीपी महाविकास आघाड़ी के लिए समर्थन जताती दिख रही है, वहीं मामा खुले तौर पर रईस शेख और पश्चिम सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रियाज आज़मी के साथ खड़े है। चुनावी मैदान में मामा का ये अलग-अलग ध्रुवों पर समर्थन देना, भिवंडी में चर्चा का प्रमुख केंद्र बन गया है। मामा रईस शेख के साथ हिंदू बहुल इलाकों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जबकि भिवंडी पश्चिम सीट पर एनसीपी के अन्य नेता महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार दयानंद चोरघे के पक्ष में जुटे हुए है।
सस्पेंस इस हद तक बढ़ गया है कि एनसीपी नेता सुरेश म्हात्रे (बाल्या मामा) ने ऐलान किया है कि रविवार को इस रुख पर पर्दा उठाया जाएगा। तब यह साफ होगा कि मामा का समर्थन किसे मिलने वाला है और भिवंडी की जनता को कौन-सी दिशा में जाने का संकेत मिलेगा। भिवंडी के चुनाव में मामा का रुख इस बार निर्णायक साबित हो सकता है। राकांपा और महाविकास आघाड़ी के भीतर मामा का यह 'तूफानी समर्थन' सवालों को जन्म दे रहा है - क्या यह एक रणनीतिक चाल है, या फिर मामा का दिल अपने 'खास' उम्मीदवारों के साथ है ?.रविवार को होने वाले इस खुलासे का इंतजार सिर्फ भिवंडी में ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में है, क्योंकि मामा का निर्णय कई चुनावी समीकरणों को पूरी तरह से पलट सकता है।
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