ट्रेन की चपेट में आने से 20 पशुओं की मौत
- Hindi Samaachar
- Aug 09, 2019
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जौनपुर ।। त्रिलोचन महादेव रेलवे स्टेशन के पास बुधवार की देर रात बेसहारा पशुओं का झुंड रेलवे ट्रैक पर छोड़ दिया गया। ट्रेन आई तो उससे कटकर करीब 20 बेसहारा पशुओं की मौत हो गई। केबल कटने से सिग्नल भी खराब हो गया जिसकी वजह से ट्रेनों को क्लेपिग और मेमो से चलाया जा रहा है। ट्रेन के डिब्बों और इंजन में तमाम शव फंस गया था। घटना की जानकारी होते ही रेलवे और पुलिस विभाग मौके पर पहुंचा। हालांकि बड़ा ट्रेन हादसा बच जाने से भी इनकार नहीं किया जा रहा।
डिगुरपुर रेलवे क्रासिग 26 एसी के पास गेट मैन बीपेश कुमार ने बताया कि रात को सवा 10 बजे बरौनी से गोंदिया जा रही एक्सप्रेस ट्रेन इस फाटक से गुजरी। करीब 150 मीटर दूर त्रिलोचन महादेव रेलवे स्टेशन के नजदीक मवेशियों के बड़े झुंड से टकरा गई। हादसे के बाद ट्रेन वहीं खड़ी हो गई। अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी ने मवेशियों को जुटाया और यहां लाकर घेराबंदी कर सभी बेसहारा पशुओं को रेलवे ट्रैक पर हांक दिया जिसकी चपेट में आकर करीब 20 मवेशियों की मौत हो गई। मवेशियों का शव ट्रेन के इंजन में बुरी तरह फंस गया था जिसे निकालने में करीब 45 मिनट लगे तब ट्रेन रवाना हुई। सूचना पाकर सीओ केराकत मय फोर्स पहुंच गए। एक जेसीबी बुलवाकर मवेशियों के शव को रेलवे लाइन के आस-पास दफनवाना शुरू किया। यह काम सुबह करीब आठ बजे तक चला। इसके बाबजूद मवेशियों के शवों के छोटे-छोटे टुकड़े रेलवे लाइन के आसपास बिखरे हुए थे। उसे कुत्ते नोचने में लगे थे। इतनी बड़ी घटना के बाद भी कोई पशु चिकित्सक सुबह तक मौके पर नहीं पहुंचा। पास ही है गोशाला इस स्थान से करीब दो किलोमीटर दूर लहंगपुर गांव में सरकारी अस्थाई गोशाला भी है। लोग गोशाला में रखने के लिए पशुओं को इधर हाक देते हैं। फिर हुई रेलवे लाइन की मरम्मत रेलवे लाइन को क्लेम्पिग कर ठीक करने का कार्य एसएस गणेश सिंह अपने सहयोगी के साथ कर रहे थे ताकि रेलवे ट्रैक फैलने न पाए। काफी मशक्कत के बाद मरम्मत पूरी हो सकी। जनता और किसान एक्सप्रेस को रोका गया ।सुबह वाराणसी की तरफ जा रही जनता एक्सप्रेस ट्रेन को उत्तरी सिग्नल पर और दूसरी तरफ वाराणसी से जफराबाद की तरफ जा रही किसान एक्सप्रेस ट्रेन को मेमो के लिए रोका गया। दोनों करीब 20 मिनट तक रुकी हुई थी। इसके बाद अप और डाउन दोनों लाइनों पर ट्रेनों का संचालन इसी तरह मेमो और क्लेम्पिग से किया जाने लगा।
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