भिवंडी मनपा में भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ !

पूर्व आयुक्त अजय वैद्य पर लगे घोटाले के आरोप, जांच और कार्रवाई की मांग

भिवंडी।  भिवंडी-निजामपुर शहर महानगरपालिका में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा हुआ है। पूर्व प्रशासक एवं आयुक्त अजय वैद्य पर ठेकेदारों से मिलीभगत कर करोड़ों रुपये के घोटाले, अवैध आदेश जारी करने और नगर पालिका को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के गंभीर आरोप लगे है। महाराष्ट्र सरकार से उनके कार्यकाल की संपूर्ण जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।

शिकायतकर्ता शंकर नागेश मुटकिरी, गनी खान आदि ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि अजय वैद्य ने मनमाने तरीके से ठेकेदारों को करोड़ों के वर्क ऑर्डर जारी किए, जिनकी कीमत वास्तविक लागत से कई गुना अधिक थी।MMRDA और सार्वजनिक बांधकाम विभाग के तहत जारी करोड़ों रुपये की परियोजनाओं में घोटाला हुआ, बिना उचित प्रक्रिया के कई निर्माण कार्यों को नियम विरुद्ध मंजूरी दी गई। पसंदीदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए निविदाओं (टेंडर) में हेरफेर किया गया। कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को नियमों के खिलाफ प्रभारी प्रमोशन दिया गया। नगर पालिका के फंड में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर जनता के पैसे का दुरुपयोग। अधिकारियों की मनमानी से पूरे शहर को लूट लिया गया। भिवंडी महानगरपालिका में इस समय प्रशासकीय राजवट (प्रशासनिक शासन) चल रहा है, क्योंकि महापौर और नगरसेवकों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इस स्थिति का फायदा उठाकर अजय वैद्य और उनके सहयोगियों ने कथित रूप से नगर पालिका को लूटने का खुला खेल खेला है। शिकायत  कर्ताओ ने मांग किया है की पूर्व आयुक्त अजय वैद्य के कार्यकाल की संपूर्ण जांच हो। नियमों के खिलाफ जारी किए गए सभी आदेश और परमिट तत्काल रद्द किए जाएं।भ्रष्टाचार से जुड़ी संपत्तियों की जांच कर अवैध रूप से अर्जित धन की वसूली की जाए। मामले में शामिल अन्य अधिकारियों और ठेकेदारों पर भी कानूनी कार्रवाई हो।इस मामले ने भिवंडी समेत पूरे महाराष्ट्र में हलचल मचा दी है। शिकायत की प्रतियां उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अजित पवार, नगर विकास सचिव और वर्तमान आयुक्त अनमोल सागर को भी भेजी गई है।भिवंडी की जनता इस घोटाले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रही है।

रिपोर्टर

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