महापौर ने स्वयं दवा खाकर की फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत

66 लाख लोगों को खिलाई जाएगी फाइलेरिया की दवा

स्वयं खाएं और दूसरों को करें दवा सेवन के लिए प्रेरित- सीता साहू     

पटना ।। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत 20 सितंबर से जिले के सभी लोगों को मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के तहत डीईसी व एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इसके तहत आज पटना के महापौर कार्यालय पटना की मेयर सीता साहू द्वारा इसका विधिवत उद्घाटन किया गया. महापौर ने ने स्वयं फाइलेरिया की दवा खाकर इस अभियान के लिए जनमानस में जागरूकता की अलख जगाने की शुरुआत की। कार्यक्रम में पटना के विभिन्न इलाकों के वार्ड सदस्यों ने भी अपनी सहभागिता की.

दवा का सेवन है फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रहने का तरीका:

महापौर सीता साहू ने बताया दवा का सेवन कर फाइलेरिया के संक्रमण से सुरक्षित रहा जा सकता है. सभी लक्षित लोग दवा का सेवन जरुर करें और लोगों को भी इसका सेवन करने के लिए प्रेरित करें. जनभागीदारी से ही इस रोग से निजात पाया जा सकता है. 

गर्भवती महिलाओं और दो वर्ष के कम उम्र के बच्चों को नहीं खिलाए जाएगी कोई गोलीः 

जिला वीबीडी परामर्शी कल्याणी ने बताया अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता लोगों को अपने सामने ही डीईसी और एल्बेंडाजोल की गोली खिलाएंगी। दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की एक गोली,  छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो और अल्बेंडाजोल की एक गोली और 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन और अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। अल्बेंडाजोल की गोली लोगों को चबाकर खाना है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कोई दवा नहीं खिलायी जाएगी। साथ ही गंभीर रूप से बीमार लोगों को भी दवा नहीं खिलाई जाएगी। 

क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है फाइलेरियाः

पीसीआई के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक अशोक सोनी ने कहा फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। क्यूलेक्स मच्छर घरों के दूषित स्थलों, छतों और आसपास लगे हुए पानी में पाया जाता है। इससे बचाव के लिए लोग घरों के आसपास गंदगी और पानी नहीं जमने दें। घर के आसपास साफ-सफाई रखें। बुखार आना, शरीर में लाल धब्बे या दाग होना, शरीर के किसी भी अंग में सूजन होना इसके लक्षण हैं। 

आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर खिलाएंगी डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली:

आशा कार्यकर्ताओं की टीम 14 दिनों तक क्षेत्र में लोगों को अपने सामने दवा खिलाएगी। अभियान के पहले सात दिन में एक आशा के क्षेत्र में पहले छह दिन घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाने के बाद सातवें दिन छूटे हुए घरों में जाकर लोगों को दवा खिलायी जाएगी। आठवें से 13वें दिन तक दूसरे आशा के क्षेत्र में लोगों को घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी और 14वें दिन फिर छूटे हुए लोगों को दवा खिलायी जाएगी। दवा खिलाने के बाद आशा कार्यकर्ता रजिस्टर में लाभुकों का नाम भी दर्ज करेंगी। साथ ही अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग को केयर इंडिया और पीसीआई सहयोग भी कर रहा है।

रिपोर्टर

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