अमृत महोत्सव के दौरान जिले के 46 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर एमसीडी स्क्रीनिंग का होगा आयोजन

- 16 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच सभी विकसित एचडब्लूसी पर प्रति माह 10 सत्रों का होगा आयोजन

- प्रत्येक सत्र में 100-100 लाभार्थियों की स्क्रीनिंग के लिये जीविका समूह से जुड़ी दीदियों व उनके परिजनों को किया जायेगा लक्षित

बक्सर ।। जिले में आम लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने के लिये स्वास्थ्य समिति प्रतिबद्ध है। जिसके तहत समय समय पर लोगों की जांच करने के साथ दवाओं का वितरण करने के लिये शिविरों का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में 16 नवंबर से लेकर 12 दिसंबर तक देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को आजादी का अमृत महोत्व के रूप में मनाया जाना है। इस महोत्सव के दौरान सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (स्वास्थ्य उपकेन्द्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य योन्द्र एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र) पर गतिविधियों सुनिश्चित किया जायेगा। इसके लिये राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं।

4600 व्यक्तियों की एनसीडी स्क्रीनिंग का लक्ष्य निर्धारित:

पत्र के अनुसार जिले के 46 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 460 वेलनेस सेशन का लक्ष्य निर्धारित है। सभी विकसित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एपीएचसी/एचएससी/यूपीएचसी) पर कम से कम 10 सत्र प्रति माह की दर से वेलनेस सेशन कराया जायेगा। जिसमें जिले के विभिन्न इलाकों के 30 वर्ष से अधिक आयु के कुल 4600 व्यक्तियों की नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज (एनसीडी) स्क्रीनिंग का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिये प्रत्येक हेल्प एंड वेलनेस सेंटर के कार्य क्षेत्र में कम से कम 100 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग कराई जानी है। इस क्रम में समय पर निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिये विशेष रणनीति बनाई गई है। जिसके तहत जीविका दीदी अभियान अन्तर्गत जीविका दीदी एवं उनके परिजनों व प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के तहत निर्धारित विकसित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर गर्भवती माताओं की एएनसी जांच कराई जायेगी। 

योजना का किया जायेगा पचार प्रसार :

डीपीएम संतोष कुमार ने बताया, राज्य स्वास्थ्य समिति के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर वेलनेस सेशन्स का आयोजन किया जायेगा। मोहत्सव में दिए गये लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये योजनांतर्गत कार्य किया जायेगा। इसके लिये सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को अपने स्तर से प्रचार प्रसार कराने को कहा गया है। ताकि, अधिक से अधिक लोग इस एनसीडी स्क्रीनिंग का लाभ उठा सकें। साथ ही, आजादी का अमृत महोत्सव का प्रचार-प्रसार भी कराया जायेगा। उन्होंने बताया, एनसीडी बीमारी 30 वर्ष की आयु पूरी करने वाले व्यक्तियों में होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में इस आयुवर्ग ऊपर के संभावित पीड़ितों का स्क्रीनिंग कर उनका फेमिली फोल्डर भरा जायेगा। फेमिली फोल्डर को एनसीडी पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा।

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