पर्यावरण संरक्षण के लिए विघालय के प्रांगण में विभिन्न जगहों पर विभिन्न प्रकार के पौधा फलदार एवं छायादार लगाया गया

73वें गणतंत्र दिवस पर पर्यावरण प्रेमी शिवम ने लोगों को जागरूक करके पौधा रोपण किया

भभुआ ( कैमुर ) ।। हमारा गणतंत्र, उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों व भारतीय संविधान के प्रति अखण्ड निष्ठा और हमारी विविधता में एकता का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। इस 73वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। एक पेड़ इस गणतंत्र दिवस के नाम पर अवश्य ही पौधा रोपण करें और प्रण लें अपने देश को प्रदूषण मुक्त करने एवं इसके प्रति लोगों को प्रेरित एवं जागरूक करके एक पेड़ लगाकर अपने नागरिक होने का कर्तव्य निभायें। स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के वर्ष में राष्ट्र इस बार गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। यह अवसर भारतीय गणराज्य की बहत्तर वर्षों की उपलब्धियों का उत्सव तो हैं ही, भविष्य को सजाने-संवारने के संकल्प भी है। पर्यावरणप्रेमी शिवम कुमार के नेतृत्व में कोविड प्रोटोकोल के तहत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बारे भभुआ में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया।जिसमें विघालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक दया शंकर तिवारी के द्वारा इस कार्यक्रम का शुभारम्भ पौधा रोपण करके किया गया। पर्यावरण संरक्षण के लिए विघालय के प्रांगण में विभिन्न जगहों पर विभिन्न प्रकार के पौधा फलदार एवं छायादार लगाया गया। वहीं पौधारोपण के बाद हम सभी ने यह शपथ लिया कि बड़ा होने तक पौधा को देख-भाल करेंगे।वहीं शिवम कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण काल में उत्पन्न हुए आक्सीजन संकट ने एक बार फिर से हमें वृक्षारोपण की अहमियत का एहसास कराया हैं। तो आइये हम सभी मिल-जुलकर पौधा रोपण अवश्य करें और उनकी देखभाल भी जरूर करें ताकि पर्यावरण संरक्षण हो सके। प्रकृति के प्रति अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाएं। पर्यावरण की रक्षा व धरती की रक्षा करना हम सभी की जिम्मेदारी और कर्तव्य बनता है। इसके लिए हमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में पौधारोपण करना चाहिए।आज के समय में पर्यावरण का गंभीर समस्या बन गया है। प्लास्टिक पर्यावरण व पृथ्वी को सबसे ज्यादा क्षति पहुँचा रहीं हैं। इसलिए हमें पर्यावरण संरक्षण व पृथ्वी को संरक्षित करने के लिए आज हम सभी को शपथ लेना चाहिए कि प्लास्टिक व पाॅलिथीन का उपयोग नहीं करेंगे और न ही किसी को करने देगें। अगर समय रहते हुए भी नहीं संभले तो हम सभी का अस्तित्व इस पृथ्वी से ही समाप्त हो जायेगा। इसलिए हम सभी को मिलकर धरती को हरा-भरा बनाने का संकल्प लेना चाहिए। क्योंकि सांसे हो रहीं कम अब नहीं तो कब हर साँस की कीमत चुकानी पड़ेगी तब? हर एक इंसान एक पौधा लगा कर बड़ा होने तक देख-भाल करें। तो यह एक छोटा-सा कदम पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सराहनीय कदम होगा। क्योंकि एक पौधा दस पुत्र के बराबर होता है। इस मौके पर विघालय के शिक्षक संजय सिंह, अब्दुल सलाम अजाद, सलामत हुसैन,संतोष सिंह, गायत्री देवी, आशा श्रीवास्तव भूमीदाता पौत्र अरूण कुमार सिंह एवं स्वयंसेवक सतिश कुमार कनौजिया,अखिलेश कुमार, विशाल पटेल, कृष्णा गुप्ता, विकास गुप्ता, लोरिक यादव, सन्नी कुमार एवं छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहें।

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