भारत मे प्रतिवर्ष लगभग दो लाख महिलाओं की स्तन कैंसर के कारण होती है असामयिक मृत्यु:- डॉo संतोष

राजीव कुमार पाण्डेय कि रिपोर्ट 


रामगढ़।। संपूर्ण विश्व मे अक्टूबर महिने को ' विश्व स्तन कैंसर जागरूकता ' माह के रूप मे मनाते है।  इस कड़ी मे आईएमए भभुआ ( कैमूर) शाखा द्वारा लोगों को स्तन कैंसर के प्रति जागरुक करने हेतू रेफरल अस्पताल रामगढ़ से रामगढ़ बाजार तक जागरूकता रैली निकाली गई। रैली मे उपस्थित आईएमए कैमूर सह राज्य संयुक्त सचिव डॉo संतोष सिंह ने कहा कि भारत मे प्रतिवर्ष  स्तन कैंसर से लगभग दो लाख महिलाओं की असामयिक मृत्यु होती है जिसे जागरूकता के माध्यम से कम किया जा सकता है। अगर किसी महिला के स्तन या कांख मे गाँठ हो,  स्तन के आकार मे बदलाव , स्तन के ऊपर लालिमा हो,  स्तन की त्वचा पर कड़ापन हो,  स्तन से मवाद या खून का आना इत्यादि लक्षण दिखे तो तुरंत योग्य चिकित्सक से संपर्क करें।

आगे कहते हुए उन्होंने कहा कि डॉक्टर की सलाह पर मैमोग्राम स्क्रीनिंग करानी चाहिए। अगर रिस्क अधिक हो तो एमआरआई,  बायोप्सी इत्यादी करानी चाहिए।  कुछ लोगों को प्रारंभिक लक्षण नहीं दिखता इसलिए 40 साल के ऊपर की महिलाओ को साल मे एक बार मैमोग्राम स्क्रीनिंग अवश्य करानी चाहिए। आमतौर पर स्तन कैंसर होने के निम्न कारण हैं , वजन का बढना,  फिजिकल एक्टिविटी नही करना , जेनेटिक बीमारी होना , हार्मोन मे बदलाव,  बच्चे पैदा नही करना या देर से पैदा करना,  बच्चे को दूध नही पिलाना इत्यादि । ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढता शारीरिक रोग है लेकिन इसको सावधानी एवं उचित परामर्श से टाला जा सकता है । अगर प्रारंभिक स्टेज मे  इसको पहचान कर इलाज शुरू होने पर स्तन कैंसर को ठीक किया जा सकता है । उपस्थित आशा से अनुरोध किया गया वे ग्रामीण महिलाओ को स्तन कैंसर के प्रति जागरुक करें । इस अवसर पर रेफरल अस्पताल के प्रभारी डाॅo सुरेंद्र सिंह, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉo एम के उपाध्याय, डॉoहीरा सिंह, डॉoरवि शंकर,  डाॅo रफीक आलम , डॉoसंजय कुमार  , डॉoसंजय सिंह , डॉo सर्वेश कुमार सिंह, डॉoमनीष कुमार सिन्हा व अन्य आशा कर्मी मौजूद रहे।

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