प्रसव के दौरान महिला की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग बेखबर 24 घंटे में अवैध अस्पतालों से दो महिला की मौत
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Jun 17, 2023
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संवाददाता-: अमित कुमार गुप्ता
नुआंव, कैमूर ।। नुआंव में चल रहे अवैध रूप से निजी अस्पताल शुक्रवार को दो प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई. इस दौरान अस्पताल संचालक दोनों मौके से फरार है, जानकारी के अनुसार शुक्रवार को नुआंव मेन रोड़ से सटे करुणा निधि हॉस्पिटल में नुआंव के ही दिनेश कुशवाहा जो अपनी पत्नी को पेट में दर्द होने के कारण निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, ऑपरेशन के बाद नवजात शिशु को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, परंतु प्रसव महिला की हालत बिगड़ने लगी। जिसके बाद प्रसव महिला को आनन-फानन में को ऑक्सीजन लगाया गया उसके उपरांत डाक्टरों की लापरवाही के दौरान उसी क्रम में प्रसव महिला की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। जिसके बाद मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल संचालक पर विरोध जताया। गौरतलब बात है कि एक तरफ विगत महीनों में कई ऐसे फर्जीवाड़ा तरीके से चला रहे अवैध अस्पताल न ही उनके पास कोई डिग्री है, और न ही किसी प्रकार की कोई सामुचिक व्यवस्था है, ये चिंता का विषय बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई एडवाइजरी जारी नहीं किया जा रहा है ताकि फर्जी संचालक हॉस्पिटलों के विरुद्ध कोई कानूनी कार्रवाई की जाएं। जहां मृतकों के परिजनों में काफी आक्रोश है। वहीं नुआंव क्षेत्र में ऐसे कई फर्जी तरीके से क्लिनिक को चलाया जा रहा है। इधर इस मामले को लेकर नुआंव में चल रहे दर्जनों से अधिक अवैध रूप से अस्पताल स्थानीय स्वास्थ्य विभाग मौन धारण कर ली है, जहां आज इसी का नतीजा आज देखने को मिले नुआंव थाना से 200 मीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्मी क्लीनिक रामपति अस्पताल से मिलीभगत का खेल चलता है, जहां उसी का छोटा सेंटर नुआंव में चलाया जा रहा है। शुक्रवार की देर रात्रि नुआंव प्रखण्ड अंतर्गत तियरा गांव निवासी निजामुद्दीन धोबी की पत्नी शकीला बीबी जो इसी अस्पताल से बच्चेदानी के ऑपरेशन के दौरान उनकी मौत हो गई। वही मृतक के पति ने बताया मेरी औरत अस्पताल ले जाते समय बिल्कुल स्वास्थ्य थी, ऑपरेशन के बाद अचानक तबीयत खराब होने लगा जिससे डॉक्टरों ने अपने निजी वाहन से वाराणसी के भिखारीपुर में स्थित नक्कीत अस्पताल में भर्ती कराया गया . जहां डाक्टरों ने मोटी रकम लेने के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया। वहीं 12 घंटे बीता ही नहीं तब तक पंजाब नेशनल बैंक के नीचे करूणा निधी के नाम से चल रहे अवैध अस्पताल में नुआंव के स्थानीय दिनेश कुशवाहा की पत्नी प्रसव के दौरान नवजात शिशु को ऑपरेशन से सुरक्षित बाहर निकाल उस प्रसव महिला की मौत हो गई। इस पूरे प्रकरण में अगर स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन अवैध अस्पतालों पर कारवाई नहीं करती है तो इसी तरह ऑपरेशन में गड़बड़ी के दौरान कितनी मौतें हो सकती है इसका कोई अंदाजा नहीं है वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इन अवैध अस्पतालों के विरुद्ध स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोटिस जारी कर इन पर कानूनी कारवाई की जानी चाहिए।
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