गांव गांव जाकर लोगों को जागरूक करेंगे एनएसएस के स्वयंसेवक: प्राचार्य

बक्सर ।। जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 10 अगस्त से सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान शुरू हो रहा है। कार्यक्रम का सफल बनाने और लोगों को दवाओं का सेवन करने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग व सहयोगी संस्थान भी इस अभियान के जरिए लोगों को जागरूक करने में जुटे हुए हैं। एमडीए को लेकर प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) की टीम भी इस जागरूकता अभियान में शामिल है। पीसीआई के जिला मोबिलाइजेशन समन्वयक द्वारा विभिन्न संगठनों, संस्थानों के साथ स्कूल और कॉलेजों में जाकर लाेगों को जागरूक करने और अभियान में सहयोग करने की अपील की जा रही है। नगर परिषद, स्कूलों व अन्य संस्थानों ने सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इस क्रम में मुंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर लॉ कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई के स्वयं सेवक भी लोगों को जागरूक करने में सहयोग करेंगे। कॉलेज में आयोजित भाषण प्रतियोगिता के दौरान वहां मौजूद प्रोफेसर और शिक्षकों को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम और एमडीएम अभियान की जानकारी दी गई। इस दौरान प्राचार्य कृष्णा सिंह ने कहा कि एनएसएस के स्वयं सेवक गांव और टोलों में जाकर लोगों को एमडीएम को लेकर जागरूक करेंगे।

एनएसएस के स्वयं सेवक का किया जाएगा उन्मुखीकरण :

पीसीआई के जिला मोबिलाइजेशन समन्वयक मोहम्मद शादाब आलम ने बताया, जिले में एमडीएम अभियान शुरू किए जाने से पूर्व नाइट ब्लड सर्वे किया गया है। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर यह तय किया जाएगा कि किन-किन प्रखंडों में एमडीए अभियान चलाया जाएगा। उसी अनुसार संबंधित प्रखंडों में लोगों को एमडीएम के दौरान अनिवार्य रूप से दवाओं का सेवन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस अभियान के लिए एनएसएस के स्वयंसेवकों का एमडीए को लेकर उन्मुखीकरण किया जाएगा। जिसके बाद स्वयं सेवकों द्वारा लोगों को एमडीए अभियान और इसके फायदों के संबंध में जानकारी देते हुए जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में लोगों को घर-घर जाकर दवाएं वितरित की जाती थी। जिसमें अधिकांश लोग दवाओं का सेवन नहीं करते थे। इसलिए एमडीएम के दौरान अब लोगों को फ्रंटलाइन वर्कर्स अपने समक्ष दवाओं का सेवन कराते हैं।

रिफुजल की सूचना पर चलाया जाएगा विशेष अभियान :

जागरूकता कार्यक्रम को लेकर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि अभी स्वास्थ्य विभाग व सहयोगी संस्थानों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जो काफी महत्वपूर्ण है। इससे लोगों में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम और एमडीए की समझ आएगी। लोगों को पूर्व से एमडीए को लेकर समझ बढ़ेगी, तो अभियान काे सफल बनाने में सहूलियत मिलेगी। उन्होंने बताया कि कई बार ऐसा भी होता है की कुछ इलाकों से दवाओं को लेकर रिफुजल की सूचना आती है। उस दौरान जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिन इलाकों में ऐसी स्थिति आएगी, वहां पर फाइलेरिय से ग्रसित लोगों लेकर स्वास्थ्य विभाग और पीसीआई की टीम जाएगी। जहां लोगों को फाइलेरिया के दुष्प्रभावों और दवाओं के महत्व की जानकारी दी जाएगी। जिससे लोग दवाओं का सेवन करने के लिए प्ररित हो सकें।

रिपोर्टर

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