जिले के सभी प्रखंडों में फाइलेरिय उन्मूलन को लेकर चलाया जाएगा एमडीए अभियान

- 13 प्रखंडों में एक प्रतिशत से अधिक पाया गया माइक्रो फाइलेरिया रेट

- एमडीए को लेकर अंतिम चरण में है सभी प्रखंडों में अभियान को लेकर तैयारी 

आरा।। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर जिले में 10 अगस्त को शुरू होने सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम को लेकर अटकलें समाप्त हो गई हैं। एमडीए अभियान को लेकर नाइट ब्लड सर्वे (एनबीएस) की रिपोर्ट जारी होते ही अभियान को लेकर प्रचार प्रसार तेज कर दिया गया है। एनबीएस की रिपोर्ट के अनुसार जिले के जगदीशपुर और तरारी प्रखंड में माइक्रो फाइलेरिया रेट एक प्रतिशत से कम मिला। शेष प्रखंडों में माइक्रो फाइलेरिया दर एक प्रतिशत से अधिक पाया गया। उसके बावजूद जिले के सभी प्रखंडों में एमडीए अभियान चलाया जाना है। इसके लिए फाइलेरिया विभाग के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सह अपर निदेशक डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. केएन सिन्हा को पत्र भेजकर इस संबंध में दिशा निर्देश दिए हैं। जिसके बाद जिला स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। एसीएमओ डॉ. सिन्हा लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ताकि, किसी भी स्तर से कोई कमी न होने पाए। वहीं, दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्थानों द्वारा एमडीए के लिए चयनित प्रखंडों में व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार और जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है। जिससे लोगों में एमडीए को लेकर जागरूकता आए और वे दवाओं का सेवन कर इसे सफल बनाने में सहयोग करें।

एमएफ रेट के अनुसार 13 प्रखंडों में चलाया जाता एमडीए :

एसीएमओ डॉ. सिन्हा ने बताया, केंद्र सरकार के गाइडलाइन के अनुसार जिन प्रखंडों में माइक्रो फाइलेरिया रेट एक प्रतिशत से अधिक होता सिर्फ उन्हीं प्रखंडों में एमडीए चलाया जाना था। उसके बावजूद सभी प्रखंडों में एमडीए अभियान की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। उन्होंने बताया कि एनबीएस के लिए सभी प्रखंडों में दो-दो साइट्स बनाए गए थे। जिसमें एक रैंडम और एक सेंटिनल साइट का चयन किया गया था। जिन पर 300-300 सैंपल लिए गए। साथ ही, लिए गए सैंपल्स की जांच के बाद वहां माइक्रो फाइलेरिया रेट निकाला गया। उन्होंने बताया कि एमडीए अभियान के दौरान लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए सभी प्रखंडों में लक्षित लाभुकों की संख्या को देखते हुए दवाओं का स्टॉक उपलब्ध कराया जा रहा है। ताकि, ससमय और बिना बाधा के अभियान का संचालन किया जा सके।

डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के लिए भी लोगों को किया जाएगा जागरूक :

एसीएमओ डॉ. सिन्हा ने बताया, आगामी 10 अगस्त से प्रारम्भ होने वाले फाइलेरिया सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम हेतु घर-घर जाकर दवा खिलाने का कार्य किया जाएगा। इस दौरान लोगों को डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के लिए भी जागरूक किया जाएगा। इसके लिए एमडीए अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सुझाव दिए जाएंगे। लोगों को बताया जाएगा कि घर के अंदर टूटे फूटे बर्तन, कूलर, एसी, फ्रिज के पानी निकासी ट्रे, पानी टंकी के साथ घर के अंदर एवं अगल-बगल में पानी जमा न होने दें। यदि पानी जमा है तो पानी को गिरा दें। जमा पानी में मिट्टी का तेल, डीजल या कीटनाशक दवा डालें। गमला, फूलदान इत्यादि का पानी हर दूसरे दिन बदलें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। बीमारी के लक्षण दिखने पर बिना समय गंवाए सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाए एवं चिकित्सक से सम्पर्क करें। डेंगू का निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा सभी स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध है।

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