गर्भधारण को लंबे समय के लिए रोकता है एवं बच्चों में अंतर रखने में मदद करता है अंतरा इंजेक्शन

जिले के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर 19 व 20 फरवरी को मनाया जाएगा अंतरा दिवस

- इच्छुक महिलाओं को दी जाएगी अंतरा की सुई और उससे संबंधित जानकारी

बक्सर ।। जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर जिले में मिशन परिवार विकास अभियान का संचालन किया जा रहा है। जिसके तहत सोमवार से दो दिवसीय अंतरा सुई कैंप का आयोजन किया गया। इस क्रम में जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। हालांकि, जिले में प्रत्येक माह परिवार कल्याण सेवाओं में परिवार अंतराल के साधनों की प्रगति बढ़ाने के लिए अंतरा दिवस मनाया जाता है। इस दौरान योग्य महिलाओं को अंतरा की सुई दी जाती है। साथ ही, उन्हें परिवार नियोजन को लेकर जागरूक भी किया जाता है। ताकि, महिलाओं में इसके लिए जानकारी बढ़े। यह इंजेक्शन प्रत्येक तीन माह पर इच्छुक महिलाओं को दिया जाता है। यह गर्भधारण को लंबे समय के लिए रोकता है एवं बच्चों में अंतर रखने में मदद करता है। अंतरा इंजेक्शन का उपयोग करने वाली महिला को गर्भधारण रोकथाम के लिए अन्य किसी साधन का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं होती है।

गर्भ निरोधक उपायों को नियमित रूप से लेना महत्वपूर्ण :

सदर बीसीएम प्रिंस कुमार सिंह ने बताया कि जो महिला अंतरा लेने का निर्णय ले चुकी है, उन्हें प्रत्येक तीन माह पर इसे लेने की आवश्यकता होती है। गर्भ-निरोधक उपायों को नियमित रूप से लेना महत्वपूर्ण है। सदर प्रखंड समेत जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर अंतरा का इंजेक्शन उपलब्ध है। यह इंजेक्शन प्रशिक्षित सीएचओ या एएनएम के द्वारा दी जाती है। उसके बाद आशा कार्यकर्ताएं उनका फॉलोअप करते हुए नियमित समय पर उन्हें अगले टीके के लिए समय पर याद दिलाती हैं। ताकि, उक्त महिलाओं को समय पर अंतरा की सुई दी जा सके। साथ ही, इसमें मरीज की सूचनाएं गुप्त रखी जा सकती है। इंजेक्शन शुरू करने से पहले किसी प्रकार की प्रयोगशाला जांच की आवश्यकता नहीं होती है।

अंतरा को छोड़ने के उपरांत महिला गर्भवती हो सकती है :

सदर एमओआईसी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि अंतरा की गाइडलाइन अनुसार लाभार्थी को माहवारी के सात दिवस तक लगा सकते हैं। यदि इसके बाद में लगाना है तो प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के बाद ही लगाना चाहिए। दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित है, चूंकि यह दूध की मात्रा एवं गुणवत्ता को प्रभावित नहीं करता है। अंतरा को छोड़ने के उपरांत महिला गर्भवती हो सकती है। उन्होंने बताया कि कुछ परिस्थितियों में मासिक धर्म की पीड़ा में कमी होती है। यह कभी-कभी मासिक धर्म के दौरान रक्तस्राव को रोककर चक्र में परिवर्तन लाता है, जो कि हानिकारक नहीं है। सही अर्थ में यह मासिक रक्तस्राव रोककर एनीमिया से बचाव करता है। किसी अन्य दवा के साथ किसी प्रकार का अंतर्संबंध नही है। गर्भाशय एवं अंडाशय कैंसर से रक्षा करता है।

ये महिलाएं कर सकती है अंतरा का इस्तेमाल :

- किसी भी उम्र की युवती अथवा महिला जिसकी उम्र 45 वर्ष तक हो, चाहे उन्हें बच्चे हो या न हो

- विवाहित महिला जो अपने प्रजनन काल में हो

- ऐसी महिलाएं जिनका हाल ही में गर्भ समापन या गर्भपात हुआ हो

- ऐसी महिलाएं जो बच्चे को दूध पिला रही हो बच्चे के छः सप्ताह होने के बाद से शुरू होना चाहिए

- एचआईवी से संक्रमित महिला, चाहे वो दवा ले रही हो या नहीं

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