सूखा रौजा का होगा सौंदर्यीकरण


रोहतास। जिला मुख्यालय सासाराम में स्थित ऐतिहासिक हसन शाह सूरी मकबरे (सूखा रौजा) के संरक्षण को लेकर भारतीय पुरातत्व विभाग सक्रिय हो गया है। पटना सर्किल के सुपरिटेंडेंट डॉ. सुजीत नयन ने स्थल का दौरा कर चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान डॉ. नयन ने मकबरा परिसर में अवैध निर्माण पर तत्काल रोक लगाने का आदेश दिया। मस्जिद कमेटी से बातचीत कर इस विषय पर समाधान निकालने की पहल की गई। विभाग ने मकबरे के 100 मीटर के दायरे में सभी अवैध निर्माणों को हटाने और प्रशासनिक कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।इतिहास प्रेमियों और पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए मकबरा परिसर में शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय और सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था की जा रही है। हाल ही में नियुक्त गार्डों के कारण मकबरे के आसपास असामाजिक तत्वों की गतिविधियों में कमी आई है और पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है।पटना सर्किल के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से इस ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण और सौंदर्यीकरण में सहयोग करने की अपील की है। उल्लेखनीय है कि शेरशाह मकबरे का दौरा करने वाले पर्यटक अक्सर हसन शाह सूरी मकबरे को भी देखना चाहते हैं, लेकिन अतिक्रमण और असुरक्षा के कारण वहां जाने से कतराते थे। अब पुरातत्व विभाग के प्रयासों से स्थिति में सुधार हो रहा है।पुरातत्व विभाग ने स्पष्ट किया है कि हसन शाह सूरी मकबरे का संरक्षण और जीर्णोद्धार कार्य जल्द ही पूरे जोरों से किया जाएगा, जिससे यह ऐतिहासिक स्थल एक बार फिर अपनी भव्यता को प्राप्त कर सके।वास्‍तुकला देखने के शौकीन लोग सासाराम का ‘सूखा रौजा’ घूमने आते हैं।

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