सौर ऊर्जा से संचालित पेय जल पंप वर्षों से पड़ा है बंद कोई सुध लेने वाला नहीं

संवाददाता श्याम सुंदर पाण्डेय की रिपोर्ट 

दुर्गावती (कैमूर)-- सरकार के तरफ से जनता को पानी पीने के लिए सुविधा के तौर पर सौर ऊर्जा से संचालित पेयजल प्रखंड के दहियाव गांव में लगाया गया, लेकिन आज भी वह बंद पड़ा हुआ है। बता दें की बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे अश्वनी कुमार चौबे इस गांव के जनता को पीने के लिए पानी सौर ऊर्जा से संचालित पेय जल को उपलब्ध कराया था। कुछ समय के बाद तेज आंधी आने के कारण सौर ऊर्जा का प्लेट उखड़ गया तब से लेकर आज तक न विभाग कोई अधिकारी न ही जनता का कोई प्रतिनिधि इस जल संकट पर ध्यान दिया, जिसके कारण आज भी लाखों रुपए की लागत से धरती के अंदर बिछे पाइप जगह-जगह बनी टंकी बेकार पड़ी हुई हैं। सात निश्चय योजना के तहत नीतीश कुमार के द्वारा पूरे ग्रामीण को पानी पीने के लिए पेयजल की व्यवस्था की गई जो आज तक प्रत्येक ग्रामीण को पानी देने में असफल रहा है। विभागीय ठेकेदारों के द्वारा दो नंबर के प्लास्टिक के पाइप लगाए जाने के कारण कितने पाइप उखड़ गए तो कितनों के घर पानी ही नहीं जा पाया और ठेकेदार पैसा लेकर चंपत हो गया। भीषण गर्मी का दौर शुरू है और ग्रामीण पानी के लिए परेशान हैं, साथ ही रखरखाव के लिए बचे पैसे को ठेकेदार कब कैसे निकाल लेता है किसी को कुछ पता नहीं है। समाचार पत्र के माध्यम से जनता मांग करती है कि तत्काल दोनों पेय जलो को चुस्त दुरुस्त किया जाए ताकि आम जनता को पानी पीने का मिल सके।


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