
परशुराम सेना के द्वारा बैठक कर संगठन की मजबूती पर चर्चा व लोगों को किया गया जागरूक
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Aug 25, 2025
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जब सभी वर्गों की टैक्स के पैसों से तनख्वाह प्राप्त करने वाले अधिकारी, पदाधिकारी, विधायक, सांसद, मंत्री खुले मंच से सिर्फ अपने समाज हित की बात करते हैं, तो हम अपने समाज की बात करें तो क्या परेशानी- प्रदेश अध्यक्ष
कैमूर-- जिला के चांद थाना क्षेत्र अंतर्गत चांद थाना के समीप स्थित काली माता मंदिर परिसर में परशुराम सेना के द्वारा बैठक कर संगठन के मजबूती पर चर्चा सहित लोगों को किया गया जागरूक। बैठक का संचालन शिवम पाण्डेय के द्वारा किया गया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद तिवारी के द्वारा उपस्थित बंधुओ संबोधित करते हुए कहा गया, कि सभी वर्गों का अपना-अपना संगठन है और सभी वर्ग संगठित हैं। एक ब्राह्मण समाज ही है जो की पूर्ण रूप से संगठित नहीं हो पाया और हम चाहेंगे कि समाज के युवा वर्ग आगे बढ़ समाज को संगठित करते हुए समाज के लिए एक स्वर से एक साथ कार्य करें, जहां कहीं भी किसी को कोई सामाजिक प्रशासनिक न्यायिक असुविधा महसूस हो संगठन को याद करें सहयोग दिया जाएगा-
देश में अनेकों राजनीतिक पार्टियों हैं पर किसी के द्वारा भी ब्राह्मण समाज की अहित छोड़ हित की बात नहीं किया जाता, जिसका मुख्य कारण हमारे समाज में एकता न होना प्रदर्शित करता है। यदि समाज के लिए कभी भी किसी वक्त भी जरूरत हो तो संपर्क करें यथोचित सहयोग के साथ ही यथोचित निर्णय भी दिया जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि हमारे राष्ट्र के प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास की बातें करते हैं, और आप मात्र ब्राह्मण समाज की बात कर रहे हैं। तो उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र के प्रधानमंत्री द्वारा सबका साथ तो लिया जाता है, पर विकास सिर्फ अपने वर्ग का किया जा रहा है। यह पूरा राष्ट्र जानता है कि जातिगत आरक्षण की वजह से राष्ट्र में वैमानस्यता फैल रही है, साथ ही योग्यता की अनदेखी की वजह से राष्ट्र में शिक्षा की स्तर दिन प्रतिदिन गिरते जा रहा है, पढ़े लिखे हमारे समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोग रोजी रोटी की जुगाड़ में दर दर भटकने के साथ ही आये दिन देखने को मिल रहा है की आत्महत्या जैसी कदम भी उठाने को विवश है। फिर भी हमारे देश के प्रधानमंत्री तो यहां तक भी कह देते हैं कि हमारे रहते कोई भी जाति आरक्षण समाप्त नहीं कर सकता, जिसमें सभी राजनीतिक पार्टियां सहमत हैं, अन्यथा ऐसे जातिगत कानून लोकसभा व विधानसभा जैसे स्थानों पर सर्वसम्मति से पारित नहीं होता। जबकि उन दोनों सदनों में ऐसा नहीं है की हमारे समाज के लोग उपस्थित नहीं होते हैं, होते तो है चुनाव के समय में समाज को बरगला कर पूर्ण सहयोग लेते हैं, पर चूनाव जितने के बाद उन्हें सिर्फ अपनी कुर्सी प्यारी है। और किसी पद पर बैठे अधिकारी, पदाधिकारी, विधायक, सांसद, मंत्री जोकि जनता(सभी वर्ग) द्वारा भरी गई टैक्स की पैसे से तनख्वाह लेते हैं, फिर भी सिर्फ अपने समाज की पक्ष खुलेआम मंच लिया जाता है, तो हम क्यों ना अपने समाज को जागरूक करें और अपने समाज की बात करें, और इससे किसी को परेशानी भी नहीं होना चाहिए। अध्यक्ष के संबोधन के उपरांत जय जय श्री परशुराम के नारों से परिसर गूंज उठा।
उक्त अवसर पर संगठन के सदस्य शिवमंगल पांडेय, प्रताप पांडेय, सूरज तिवारी, विजय शंकर पांडेय, चंदन दुबे, ब्रजेश पांडेय, रामेश्वर पांडेय, रामदुलार पांडेय, अनुराग पांडेय, परमन दुबे, तारकेश्वर पांडेय, सहित सैकड़ो की संख्या में ब्राह्मण समाज के युवा वर्ग सम्मिलित रहा।
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