झारखंड देवघर के निजी अस्पताल त्रिदेव अस्पताल ने भारत सरकार के महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीज के इलाज में आने वाले खर्च का

झारखंड देवघर के निजी अस्पताल त्रिदेव अस्पताल ने भारत सरकार के महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीज के इलाज में आने वाले खर्च का भुगतान सरकार के साथ मरीज से भी लिया। इस मामले में शिकायत मिलने पर झारखंड राज्य आरोग्य सोसाइटी के डिप्टी डाइरेक्टर अभिषेक श्रीवास्तव ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है। डिप्टी डाइरेक्टर ने मरीज सरजू वर्मा की शिकायत पर जांच के बाद संस्थान के प्रबंधक को भुगतान ली राशि का पांच गुना राशि पेनाल्टी के रुम में जमा कराने का निर्देश दिया है। यह राशि डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से सात दिनों के अंदर झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी नामकुम को जमा कराने का निर्देश दिया। डिप्टी डाइरेक्टर ने पेनाल्टी के रुप में संस्थान को 109920 रुपये भुगतान करने का आदेश दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, देवीपुर थाना क्षेत्र निवासी सरजू वर्मा ने किडनी से संबंधित बीमारी का इलाज त्रिदेव हॉस्पिटल में कराया था। इस अस्पताल में डायलिसिस के नाम पर पैसे की मांग की गई। अस्पताल प्रबंधन को आयुष्मान भारत से रजिस्टर्ड होने की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को बताया। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन द्वारा उससे पैसे की मांग की गई। मरीज से दो हजार रुपये प्रति डायलिसिस के नाम पर भुगतान लिया गया।  कुल 12 बार उनका डायलिसिस कर 24 हजार रुपये का भुगतान लिया गया। मामले को लेकर पीड़ित ने सिविल सर्जन के पास शिकायत दर्ज कराया था। तब मामले को लेकर दो डॉक्टरों की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। जांच में 18320 रुपये का भुगतान लेने की बात सामने आई थी। इसके बाद डिप्टी डायरेक्टर ने त्रिदेव हॉस्पिटल के प्रबंधक को पेनाल्टी के साथ भुगतान करने का निर्देश दिया है।

बहरहाल स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बदनाम देवघर के निजी अस्पताल पर आर्थिक दंड लगाने से यह उम्मीद की जा सकती है कि आनेवाले समय में निजी अस्पताल की मनमानी पर नियंत्रण लग सके।

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