सारस्वत साधना की भूमि विभुतिपुर पर साहित्यकारों व कवियो का हुआ जुटान

राम कुमार ब्यूरो चीफ समस्तीपुर

समस्तीपुर ।। विभूतिपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय सुरौली के प्रांगण में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर समस्तीपुर और बेगूसराय के कवियों का "कवि सम्मेलन" हुआ आयोजन स्थानीय "सरस्वती पूजा समिति" की ओर से हुआ। 

जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार चाँदमुसाफ़िर ने की जबकि संचालन सुप्रसिद्ध साहित्यकार और ज्योति कलश साहित्यिक संस्थान के अध्यक्ष राजा राम महतो ने किया।कार्यक्रम का आरम्भ "शहीद दिवस" होने के कारण राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ। ततपश्चात छायावाद के चार स्तंभों में दो स्तम्भ जयशंकर प्रसाद और सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" की जयंती के अवसर पर उनकी तस्वीर पर पुष्पार्पण किया गया। उसके बाद काव्यपाठ का आरंभ हुआ।

मैथिली के सुप्रसिद्ध कवि रमाकांत राय रमा ने अपनी रचना "देवी गीत" के माध्यम से भक्ति और ज्ञान से माहौल को सराबोर कर दिया।कवि चाँदमुसाफ़िर ने जब "रोशनी को निगल रहा आजकल अंधेरा,कुर्सियों पर डाला है उल्लुओं ने डेरा" पढ़ा तो लोग आज की राजनीति की दुर्दशा पर सोचने को विवश दिखे।कवि राजा राम महतो की महिला सशक्तिकरण को समर्पित रचना 

" तू दुर्गा तू लक्ष्मी तू ज्ञान की अवतारी है,

भारत का प्रशस्त भाल तू अजेय नारी है।" ने नारी शक्ति की महत्ता पर आमलोगों का ध्यान आकृष्ट किया।प्रो0 रामकृष्ण,विजयब्रत कंठ,ओम प्रकाश ओम,बैद्यनाथ रजक,स्वयं प्रभा,विद्यासागर ब्रह्मचारी,अमरेश कुमार,चंद्रशेखर कुमार,राजेन्द्र महतो,दिवाकर दिव्यंक,सुमन मिश्र इत्यादि कवियों की रचनाओं ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

कवियों को पूजा समिति के अध्यक्ष पवन कुमार मिश्र ने मिथिला परंपरा के अनुसार पुष्पमाला,पाग और चादर से सम्मानित किया। स्वागत अनिल कुमार मिश्र ने किया और धन्यवाद ज्ञापन, कार्यक्रम संयोजक सुमन मिश्र ने किया।

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