अवैध रूप से मवेशी लदे ट्रकों से वसूली करने के आरोप में पीसीआर 2 के एएसआई फैयाज खान सहित तीन निलंबित


एसडीपीओ ने मामले की जांच कर सौंपा एसपी को रिपोर्ट


एसडीपीओ की रिपोर्ट पर एसपी ने तीनों को किया  तत्काल निलंबित


झारखंड देवघर।  गुरुवार देर रात्रि सत्संग भिरखीबाद मुख्यमार्ग पर गुलिपथार डढ़वा नदी के समीप अवैध रूप से पशु लदे  ट्रकों से पैसा वसूली करने के आरोप में देवघर एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने पीसीआर टू के एएसआई फैयाज खान सहित एक आरक्षी व एकन गृहरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस आशय में एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव ने मामले की जांच कर जांच प्रतिवेदन एसपी को दिया।  जिसके बाद एसडीपीओ के जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसडीपीओ द्वारा एसपी को सौंपी गई रिपोर्ट में यह जिक्र किया गया है कि आए दिन पीसीआर दो में प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों के द्वारा अवैध रूप से ट्रकों को पैसे की उगाही करने की सूचना के आधार पर गुरुवार को रात्रि में मामले की जांच एसडीपीओ विकास श्रीवास्तव द्वारा की गई। जांच के क्रम में गुलीपाथर में एक ट्रक को सड़क पर रोका पाया गया। जिसके पीछे पीसीआर टू  वाहन खड़ी थी व पीसीआर में प्रतिनियुक्ति एक पुलिसकर्मी द्वारा उक्त खड़ी ट्रक के चालक से बातचीत करते पाया गया। जिस क्रम में एसडीपीओ द्वारा पास जाने पर उक्त पुलिसकर्मीआरक्षी संजीव कुमार  एकाएक भागकर पीसीआर दो वाहन में सवार होकर चालक गृह रक्षक इंदु भूषण कुमार के साथ भाग निकला। उसके बाद एसडीपीओ ने सड़क पर खड़े उक्त ट्रक चालक से वाहन में क्या लोड है वह पुलिसकर्मी क्या बात कर रहे थे इस संबंध में पूछताछ किया। उनके द्वारा पूछताछ करने पर ट्रक चालक ने उक्त ट्रक में मवेशी लोड होने तथा ट्रक पार कराने के एवज में पुलिसकर्मी द्वारा 2000 रूपया की मांग करने की बात बातलाया गया। साथ ही उनकी गाड़ी को देखकर पुलिसकर्मी के भागने की भी बात कही गई। उसके बाद उन्होंने वितंतु कॉल से पीसीआर टू को कई बार समय समय पर पुकारते हुए उक्त स्थल पर आने की बात कही। बावजूद इसके वेलोग उक्त स्थल पर नहीं पहुंचे। जिसके बाद उनके द्वारा नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने पर काफी देर बाद पीसीआर टू में प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी एएसआई फैयाज खान, आरक्षी संजीव कुमार व गृह रक्षक इंदुभूषण कुमार गुलीपाथर कोरियासा पहुंचा। जांच के क्रम में यह  एएसआई फैयाज खान जो पीसीआर टू में प्रतिनियुक्त हैं उसका बयान लिया गया तो उन्होंने अपने बयान में कहा कि 13 फरवरी को घटना के समय पुलिस अधीक्षक आवास के सामने खड़ा था उसी दौरान पीसीआर दो में प्रतिनियुक्त आरक्षी संजीव कुमार व गृह राक्षक चालक इंदु भूषण उक्त स्थान पर छोड़कर पीसीआर वाहन लेकर निकल गया। इसके बाद करीब आधे घंटे बाद वापस आए उसके बाद वायरलेस सेट गुलीपाथर कोरियासा पहुंचने की सूचना पर आरक्षी संजीव कुमार गृह रक्षक चालक इंदु भूषण कुमार के साथ गुली पाथर कोरियासा पहुंचा। जांच के क्रम में संजीव कुमार जो वर्तमान में पीसीआर टू में प्रतिनियुक्त हैं उनके द्वारा दिए गए बयान में गलती होने व माफ कर देने की बात कहते हुए यह कहा गया कि वह उनकी गाड़ी देख कर भाग गए थे। जांच के क्रम में गृह रक्षक इंदु भूषण कुमार जो वर्तमान में पीसीआर दो में प्रतिनियुक्त  हैं उनका बयान लेने पर उन्होंने अपने बयान में बताया कि 13 फरवरी को  एसआई फैयाज खान व के साथ ड्यूटी पर थे  उसी दौरान पुलिस अधीक्षक आवासस  के पास खड़े थे उसी दौरान एएसआई फैयाज खान को किसी का फोन आया तो एएसआई फैयाज खान ने  इंदु भूषण कुमार और संजीव कुमार को गुली पाथर जाने कहा  उसके बाद दोनों वाहन से गुलीपाथर पहुंचे आरक्षी संजीव कुमार द्वारा पीसीआर वाहन को घुमाकर खड़ा करने बोला व आरक्षी संदीप कुमार ने एक मवेशी लदा वाहन रोका और ड्राइवर से बात कर ही रहा था कि उनकी वाहन  वहां पहुंची। जिसे देखकर आरक्षी संजीव कुमार जल्दी उनके पास आया  और उन्हें जल्दी भागने को कहा तब वह जल्दी से वहां से आरक्षी संजीव कुमार को लेकर वाहन सहित भाग गए।  पत्र में जिक्र किया गया है कि उपरोक्त जांच पड़ताल से स्पष्ट होता है कि उपरोक्त कृत्य एएसआई फैयाज खान संजीव कुमार व गृह रक्षक चालक इंदु भूषण कुमार द्वारा अवैध रूप से ट्रकों से पैसे वसूली करने के अलावे वरीय पदाधिकारियों को देख कर भाग खड़ा होना, बार-बार वितंतु कॉल साइन से बुलाने के बाद भी नहीं आना इनकी मनमानी रवैया, लापरवाही  स्वेच्छाचरिता  व  पुलिस की छवि को धूमिल करने का कार्य  परिलक्षित होता  है।   अतः एएसआई फैयाज खान आरक्षी संजीव कुमार और गृह रक्षक चालक  इंदु भूषण कुमार के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा की गई थी। जिसके आलोक में एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने अभिलंब तीनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

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